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एनएफओ ने 6 महीने में जुटाए 27,000 करोड़ रुपये

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:17 AM IST

घरेलू परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) ने पिछले 6 महीने में करीब 60 नई फंड पेशकशें (एनएफओ) बाजार में पेश कीं और लगभग 27,000 करोड़ रुपये की रकम जुटाई। फंड हाउसों ने इक्विटी बाजारों में तेजी के बीच नए फंडों को शुरू करने पर जोर दिया है।
निवेशक धारणा में मजबूती के साथ तेजी के बाजार में नई पेशकशों के लिए रुझान सुधर रहा है। लेकिन इस उद्योग के अधिकारियों का मानना है कि एनएफओ की पेशकश काफी हद तक उत्पादों के अपने पोर्टफोलियो मजबूत बनाने के लिए की गई हैं।
एसबीआई म्युचुअल फंड के मुख्य बिजनेस ऑफीसर डी पी सिंह ने कहा, ‘बाजार नियामक ने योजनाओं के वर्गीकरण पर जोर दिया है और फंड हाउस ऐसी योजनाओं के साथ आगे आ रहे हैं जो उनके पोर्टफोलियो में फिलहाल मौजूद नहीं हैं। भले ही बाजार सकारात्मक है, और लोग एनएफओ की सफलता देख रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें एमएफ में निवेश करने में मदद मिल रही है।’
वर्ष 2017 में, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने म्युचुअल फंड योजनाओं के वर्गीकरण और उन्हें तर्कसंगत बनाए जाने पर एक सर्कुलर जारी किया था। अब एक योजना को ही एक श्रेणी में पेश किए जाने की अनुमति होगी। इससे पहले, फंड हाउस किसी सिंगल कैटेगरी में कई योजनाओं का इस्तेमाल करते थे, जिससे निवेशकों में अनिश्चितता रहती थी।
पिछले 6 महीनों में एनएफओ के जरिये सर्वाधिक रकम उगाही पिछले साल दिसंबर में दर्ज की गई और तब विभिन्न श्रेणियों में पेश की गईं 14 योजनाओं ने 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की पूंजी जुटाई थी। पिछले महीने, 12 एनएफओ पेश किए गए थे जिनसे 5,910 करोड़ रुपये जुटाए गए।
हालांकि अप्रैल में, नई पेशकश के जरिये सिर्फ 540 करोड़ रुपये जुटाए गए थे, क्योंकि कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से निवेशकों की कम दिलचस्पी देखी गई। बाजार कारोबारियों का यह भी कहना है कि तेजी के बाजार की अवधि में कई वितरक निवेशकों से एक उत्पाद श्रेणी से दूसरी में जाने को कह रहे हैं। जहां अग्रिम कमीशन नियामकों द्वारा प्रतिबंधित कर दी गई है, वहीं नए फंड वितरकों को ज्यादा ट्रेल कमीशन मुहैया करा रहे हैं।
एक मझोले आकार के फंड हाउस के मुख्य कार्याधिकारी ने कहा, ‘हम देख रहे हैं कि बड़ी तादाद में वितरक मौजूदा योजनआों से नई योजनाओं में जा रहे हैं। इसके अलावा, ईएसजी फंडों और फंड्स ऑफ फंड (एफओएफ) जैसी कुछ थीमेटिक योजनाएं भी निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।’
उद्योग के कारोबारियों का कहना है कि भविष्य में फंड हाउस थीमेटिक और नवीनतम योजनाओं पर ज्यादा ध्यान देंगे, क्योंकि कई बड़े फंड हाउसों के पास सभी प्रमुख श्रेणियों की योजनाएं मौजूद हैं।

First Published : June 25, 2021 | 11:37 PM IST