विभिन्न म्युचुअल फंड ऑटोमोटिव के क्षेत्र में योजनाएं पेश कर रहे हैं और इस तरह से इस क्षेत्र की तेजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के बढ़ते चलन से फायदा उठाने में जुट गए हैं। मिरे ऐसेट फंड सोमवार को निफ्टी ईवी और न्यू ऐज ऑटोमोटिव ईटीएफ उतार रहा है।
ग्रो के फंड ने भी ऐसे ही ईटीएफ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास आवेदन जमा कराया है। ऐक्टिव फंडों में एसबीआई फंड ने पिछले महीने ऑटोमोटिव ऑपरच्युनिटीज फंड पेश किया।
मिरे ऐसेट फंड के मुताबिक बैटरी की घटती कीमतों और सरकार के जोर दिए जाने के कारण इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने का चलन और बढ़ने की उम्मीद है। इससे पूरी वैल्यू चेन में कंपनियों के लिए अवसर सामने आ रहे हैं। ईटीएफ असल में निफ्टी ईवी और न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स को ट्रैक करेंगे। इसे 30 मई, 2024 को शुरू किया गया था।
अभी इसमें 33 कंपनियां हैं और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा का भारांक सबसे ज्यादा 9.69 फीसदी है। इसमें शामिल बजाज ऑटो और मारुति सुजूकी का भारांक 7.2-7.2 फीसदी है। इस इंडेक्स में ऑटोमोबाइल शेयरों के अलावा आईटी, केमिकल, कैपिटल गुड्स, तेल व गैस और उपभोक्ता सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के शेयर भी शामिल हैं।
मिरे ऐसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के वाइस चेयरमैन व सीईओ स्वरूप आनंद मोहंती ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन और न्यू ऐज ऑटोमोटिव सेगमेंट पर केंद्रित भारत का पहला ईटीएफ पेश करने के साथ हमारा लक्ष्य निवेशकों को भविष्य की मोबिलिटी में भागीदारी का अहम मौका देने का है।
हमारा लक्ष्य लंबी अवधि में पूंजी में बढ़त के साथ ऑटोमोटिव सेक्टर के सतत विकास को सहारा देने का है। हाल के महीनों में वाहन शेयरों में तेजी आई है। पिछले तीन महीने में निफ्टी ऑटो इंडेक्स 22 फीसदी उछला है जबकि 2024 में इसमें अब तक 36 फीसदी का इजाफा हुआ है।