Top 10 performing Small Cap Fund: भारतीय शेयर बाजार में 2025 में भी उतार-चढ़ाव जारी है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्मॉलकैप फंड्स निवेश का एक आकर्षक विकल्प हो सकते हैं। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों में 10 से ज्यादा स्मॉलकैप फंड्स ने निवेशकों को औसतन 24-29 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न दिया है। रिटर्न देने के मामले में इन फंड्स ने BSE 250 स्मॉलकैप टोटल रिटर्न इंडेक्स (22.03%) और NIFTY स्मॉलकैप 250 टोटल रिटर्न इंडेक्स (22.65%) के बेंचमार्क को पीछे छोड़ दिया है। यह प्रदर्शन स्मॉलकैप फंड्स के प्रति निवेशकों की रुचि को और मजबूत कर सकता है। नवंबर में स्मॉलकैप की 29 स्कीम्स में कुल 4,111.89 करोड़ रुपये का निवेश आया। इक्विटी कैटेगरी में सबसे ज्यादा इनफ्लो सेक्टोरल फंड्स में 7,657.75 करोड़ रुपये का देखने को मिला। इक्विटी फंड्स में कुल 35,943 करोड़ रुपये का निवेश आया।
बीते 3 साल के रिटर्न के आधार पर टॉप-10 स्मॉलकैप म्युचुअल फंड्स की बात करे तो बंधन स्मॉलकैप फंड ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। बंधन स्मॉलकैप फंड का बीते तीन साल में औसतन रिटर्न 29.37 फीसदी रहा है। इस स्कीम में अगर किसी ने तीन साल पहले 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया, तो आज इसकी वैल्यू बढ़कर लगभग 2.16 लाख रुपये है। इस तरह से निवेशक को 1.16 लाख रुपये का फायदा होता।
इसी तरह से, 10वें नंबर पर एडलवाइस स्मॉलकैप फंड है, जिसने बीते 3 साल में औसतन 24.04 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस स्कीम में अगर किसी ने तीन साल पहले 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया, तो आज इसकी वैल्यू बढ़कर लगभग 1.92 लाख रुपये है। इस तरह से निवेशक को करीब 92,513 रुपये का फायदा होता।
आइए म्युचुअल फंड कैलकुलेशन के जरिए समझते हैं कि अगर किसी ने तीन साल पहले इन टॉप-10 स्मॉलकैप फंड में 1 लाख का एकमुश्त निवेश किया, तो आज वैल्यू कितनी होती…
S.NO | Small Cap Mutual Fund | 3 year Return | Total Value (in Lakh) |
1 | Bandhan Small Cap Fund (Direct) | 29.37% | 2,16,521 |
2 | ITI Small Cap Fund (Direct) | 27.39% | 2,06,731 |
3 | Invesco India Smallcap Fund (Direct) | 27.28% | 2,06,196 |
4 | Nippon India Small Cap Fund (Direct) | 26.85% | 2,04,113 |
5 | Quant Small Cap Fund (Direct) | 26.61% | 2,02,957 |
6 | Tata Small Cap Fund (Direct) | 25.77% | 1,98,944 |
7 | Franklin India Smaller Companies Fund (Direct) | 25.72% | 1,98,707 |
8 | LIC MF Small Cap Fund (Direct) | 25.62% | 1,98,233 |
9 | HSBC Small Cap Fund (Direct) | 24.74% | 1,94,096 |
10 | Edelweiss Small Cap Fund (Direct)- | 24.04% | 1,90,847 |
स्त्रोत: AMFI (3, जनवरी 2025 तक उपलब्ध डेटा)
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स्मॉलकैप फंड ऐसे म्युचुअल फंड हैं जो अपनी कुल संपत्तियों (AUM) का कम से कम 65% हिस्सा स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों और उनसे जुड़े निवेश में लगाते हैं। स्मॉलकैप कंपनियां आमतौर पर वे होती हैं जिनका बाजार पूंजीकरण (MCap) 100 करोड़ रुपये से कम होता है और वे बाजार हैसियत के आधार पर टॉप 250 कंपनियों में नहीं आतीं।
मिरे असेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के सीनियर फंड मैनेजर (इक्विटी) वरुण गोयल के मुताबिक, पिछले 20 वर्षों में स्मॉलकैप इंडेक्स (निफ्टी स्मॉलकैप 100 और स्मॉलकैप 250) ने 17% का सालाना रिटर्न दिया है, जिससे उनकी संपत्ति बढ़ाने की क्षमता साबित होती है। स्मॉलकैप फंड उन निवेशकों के लिए सही हैं, जो लंबे समय (5-10 साल) तक निवेश करने की योजना बना रहे है। यह फंड बच्चों की शिक्षा, घर खरीदने या बिजनेस बढ़ाने के लिए बचत करने वालों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। लेकिन, स्मॉलकैप फंड में निवेश करने वालों को ज्यादा जोखिम सहने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
आनंद राठी वेल्थ लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अमिताभ लारा कहते है कि आमतौर पर स्मॉलकैप में शॉर्ट टर्म में निवेश करना सही नहीं माना जाता है। यह उन निवेशकों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, जो कम से कम 3 साल या उससे अधिक समय तक निवेश करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने कुल पोर्टफोलियो का 25% से ज्यादा स्मॉलकैप में न लगाएं, क्योंकि यह बहुत उतार-चढ़ाव वाला होता है।
INDmoney में म्युचुअल फंड के वाइस प्रेसिडेंट (प्रोडक्ट मैनजमेंट) मयंक मिश्रा कहते हैं, स्मॉल-कैप म्युचुअल फंड उन निवेशकों के लिए अच्छे हैं, जो लंबी अवधि में उच्च रिटर्न की उम्मीद रखते हैं और जोखिम सहने की क्षमता रखते हैं। ये फंड पोर्टफोलियो में विविधता लाने और छोटी मगर तेजी से बढ़ती कंपनियों के विकास का फायदा उठाने में मदद करते हैं। हालांकि, इन फंड में उतार-चढ़ाव ज्यादा होता है, इसलिए धैर्य और बाजार के उतार-चढ़ाव को सहने की तैयारी जरूरी है।
लारा कहते है कि 2025 में, हम उम्मीद कर रहे हैं कि स्मॉलकैप कैटेगरी से रिटर्न में 22% का इजाफा होगा। फिलहाल बाजार का मूल्यांकन (valuation) उचित है और मिडकैप व स्मॉलकैप में कोई खास जोखिम नहीं दिख रहा है।
2025 में, स्मॉलकैप और मिडकैप की रफ्तार बनी रहने की उम्मीद है। इसकी वजह उनकी आय में संभावित बढ़त और सही मूल्यांकन है। हालांकि, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे विविध इक्विटी फंड कैटेगरी में निवेश करें। इनमें मार्केट कैप आधारित फंड्स और रणनीतिक फंड्स जैसे वैल्यू, कॉन्ट्रा और फोकस्ड फंड्स शामिल हो सकते हैं।
निवेश पोर्टफोलियो में 55:20:25 का अनुपात बनाए रखें, जिसमें 55% लार्जकैप, 20% मिडकैप और 25% स्मॉलकैप शामिल हों। यह रणनीति न केवल वोलैटिलिटी (उतार-चढ़ाव) को कम करेगी, बल्कि लॉग टर्म ग्रोथ को भी सुनिश्चित करेगी।
गोयल बताते है कि पिछले पांच वर्षों में स्मॉलकैप फंड्स में काफी बदलाव हुए हैं, जिससे कई नए निवेश अवसर मिले हैं। अब कई स्मॉलकैप कंपनियां स्थापित कंपनियां बन चुकी हैं, और ऐसे कई निवेश थीम हैं जो केवल स्मॉलकैप फंंड्स में ही मौजूद हैं। बाजार में गिरावट के साथ, इस क्षेत्र में सस्ते दामों पर खरीदारी के और भी अवसर उभर रहे हैं। स्मॉलकैप में आय बढ़ने की बड़ी संभावनाएं हैं, इसलिए हम इसे लेकर आशावादी हैं। स्मॉलकैप फंड्स को लंबे समय के लिए पोर्टफोलियो में जरूर शामिल करना चाहिए।
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तेज विकास की संभावना: छोटे और उभरते व्यवसायों में निवेश, जो तेजी से बढ़ सकते हैं और नई दिशाओं में विस्तार कर सकते हैं।
सस्ते निवेश के मौके: कम आंकी गई छोटी कंपनियों में निवेश से, उनके बड़े होने पर लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा हो सकता है।
विलय और अधिग्रहण (M&A) के फायदे: छोटी कंपनियां बड़ी कंपनियों के साथ जुड़ने या विलय के अच्छे मौके देती हैं, जिससे निवेशकों को फायदा हो सकता है।
कुल जमा बात यह है कि यदि आप अपने पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन चाहते हैं, ज्यादा जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं, और लंबी अवधि के वित्तीय अवसरों की तलाश में हैं, तो स्मॉल कैप म्युचुअल फंड्स आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। हालांकि, निवेश करने से पहले अपनी जोखिम सहने की क्षमता, फंड की निवेश रणनीति और ऐतिहासिक डेटा का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें और अपने फाइनैंशियल एडवाइजर से सलाह अवश्य लें।
(डिस्क्लेमर: यहां फंड्स के परफॉर्मेंस की डीटेल दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। यहां निवेश की सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)