NFO Alert: एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) ने मंगलवार, 24 जून को “इनोवेटिव” थीम पर आधारित एक नया फंड लॉन्च करने की घोषणा की। इस फंड का नाम एचडीएफसी इनोवेशन फंड (HDFC Innovation Fund) है। यह एक ओपन-एंडेड सेक्टोरल इक्विटी स्कीम है जो उन कंपनियों में निवेश करेगी जिनके प्रोडक्ट, प्रक्रियाएं या बिजनेस मॉडल “इनोवेटिव” यानी नवाचार पर आधारित होंगे। एचडीएफसी का यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 27 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। निवेशक 11 जुलाई 2025 तक इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
HDFC AMC के इस न्यू फंड ऑफर (NFO) में निवेशक मिनिमम ₹100 से निवेश शुरू कर सकते हैं, और उसके बाद किसी भी अमाउंट में निवेश कर सकते है। इस स्कीम का बेंचमार्क NIFTY 500 (Total Returns Index) है। अमित सिन्हा इस स्कीम के फंड मैनेजर हैं। इस स्कीम में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। हालांकि निवेशकों को एग्जिट लोड के नियमों को ध्यान में रखने की जरूरत है…
एग्जिट लोड के नियम
एचडीएफसी इनोवेशन फंड दो प्लान में उपलब्ध होगा – डायरेक्ट और रेगुलर। डायरेक्ट प्लान उन निवेशकों के लिए है जो खुद से निवेश करते हैं। इसमें लागत कम होती है। वहीं, रेगुलर प्लान में डिस्ट्रीब्यूटर कमीशन शामिल होता है।
हर प्लान में दो विकल्प होंगे:
ग्रोथ ऑप्शन – इसमें रिटर्न को दोबारा निवेश किया जाता है ताकि लंबी अवधि में संपत्ति (wealth) बन सके।
आईडीसीडब्ल्यू (IDCW) ऑप्शन – इसमें समय-समय पर भुगतान (payout) होता है, जो नियमित आय चाहने वाले निवेशकों के लिए है।
स्कीम इन्फॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) के अनुसार, निवेश का मकसद हासिल करने के लिए यह स्कीम मुख्य रूप से उन कंपनियों में निवेश करेगी जो “इनोवेटिव” थीम और स्ट्रैटेजी को अपना रही हैं।
फंड हाउस के मुताबिक, ऐसी कंपनियां जो नए प्रोडक्ट, सर्विस, प्रोसेस या बिजनेस मॉडल लाने की कोशिश कर रही हैं – या मौजूदा चीजों को बेहतर बनाकर मूल्य (value) तैयार कर रही हैं, समस्याओं का समाधान कर रही हैं और प्रतिस्पर्धा में आगे बने रहने की कोशिश कर रही हैं – उन्हें इस इनोवेशन थीम में शामिल किया जाएगा।
इन कंपनियों की पहचान के लिए फंड मैनेजर तीन प्रमुख कैटेगरी के आधार पर इनोवेशन की स्ट्रैटेजी को बांटेगा:
स्कीम इन्फॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) के अनुसार, यह स्कीम मुख्य रूप से “इनोवेटिव” थीम के आधार पर चुने गए कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करेगी।
निवेश उपकरण | न्यूनतम आवंटन (%) | अधिकतम आवंटन (%) |
---|---|---|
इनोवेशन थीम अपनाने वाली कंपनियों के इक्विटी और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट | 80 | 100 |
अन्य कंपनियों के इक्विटी और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट | 0 | 20 |
रीट्स (REITs) और इन्विट्स (InvITs) की यूनिट्स | 0 | 10 |
डेट सिक्योरिटीज और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स | 0 | 20 |
म्युचुअल फंड की यूनिट्स | 0 | 20 |
फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकती है जो लॉन्ग टर्म में कैपिटल ग्रोथ (long-term capital appreciation) हासिल करना चाहते हैं। और उन कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहते हैं जो इनोवेटिव थीम्स और स्ट्रैटेजीज अपना रही हैं।
रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को हाई रिस्क की श्रेणी में रखा गया है। इसलिए निवेशकों को इस नए फंड में निवेश का फैसला अपनी रिस्क उठाने की क्षमता के आधार पर लेना चाहिए।
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)