फाइनेंशियल इंक्लूजन को गहराई देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए संचार मंत्रालय के तहत डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट (DoP) और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने करार किया है। यह समझौता (MoU) एएमएफआई के 30वें स्थापना दिवस के मौके पर मुंबई में हुआ।
इस पहल के तहत इंडिया पोस्ट अब म्यूचुअल फंड निवेश को बढ़ावा देने के लिए वितरक की भूमिका निभाएगा। खासतौर पर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। डाकघरों के व्यापक नेटवर्क और भरोसे के चलते यह कदम करोड़ों नागरिकों तक म्यूचुअल फंड उत्पादों की पहुंच आसान करेगा।
समझौते पर हस्ताक्षर डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट की जनरल मैनेजर (बिजनेस डेवलपमेंट) मनीषा बंसल बादल और एएमएफआई के मुख्य कार्यकारी वी. एन. चलसानी ने किए। इस मौके पर सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय भी मौजूद रहे।
इस समझौते के तहत डाक विभाग के कर्मचारी म्यूचुअल फंड वितरक के रूप में काम करेंगे ताकि छोटे शहरों और गांवों में निवेश की जागरूकता बढ़ सके। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में इंडिया पोस्ट की मजबूत मौजूदगी म्यूचुअल फंड की पहुंच बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
Department of Posts and AMFI Sign Landmark MoU to distribute Mutual Funds via Post Offices
Read here: https://t.co/fzO7qaPCgV@IndiaPostOffice @PIB_India @PIBMumbai @JM_Scindia @PemmasaniOnX
— PIB_INDIA Ministry of Communications (@pib_comm) August 22, 2025
यह साझेदारी न केवल डाक विभाग की वित्तीय समावेशन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि एएमएफआई के निवेशकों के अनुकूल माहौल बनाने के विजन को भी मजबूत करती है।
यह करार 22 अगस्त 2025 से 21 अगस्त 2028 तक लागू रहेगा और इसे आगे बढ़ाने का विकल्प भी शामिल है। समझौते में निवेशकों के डेटा और सेवाओं की सुरक्षा पर विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिससे वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में नई मिसाल कायम होगी।
म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है। इसमें कई लोगों से पैसा इकट्ठा किया जाता है और उसे एक प्रोफेशनल फंड मैनेजर अलग-अलग जगह जैसे शेयर, बॉन्ड, गोल्ड और सरकारी सिक्योरिटीज में लगाता है।
निवेश से होने वाले मुनाफे या नुकसान का बंटवारा निवेशकों के हिस्से के हिसाब से किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, अगर 100 लोग 1,000-1,000 रुपये लगाते हैं तो कुल 1 लाख रुपये इकट्ठा होगा। इस रकम को फंड मैनेजर शेयर या बॉन्ड जैसी जगहों पर निवेश करेगा। यदि निवेश से 10 फीसदी रिटर्न मिलता है तो हर निवेशक को उसी अनुपात में लाभ मिलेगा।
म्यूचुअल फंड उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है जो शेयर बाजार जैसी जटिल जगहों पर सीधे निवेश नहीं करना चाहते लेकिन वहां से कमाई का मौका लेना चाहते हैं।