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बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स ने इक्विटी में बढ़ाया निवेश, 1 साल में 42% से बढ़कर 55% तक पहुंचा एक्सपोजर

बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों ने हाल में इक्विटी में अपना निवेश बढ़ाया है और कई योजनाओं का अब 60 प्रतिशत से अधिक निवेश इक्विटी में है।

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- September 22, 2025 | 10:28 PM IST

बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों (बीएएफ) में इक्विटी आवंटन पिछले एक साल में बढ़ा है और अब अधिकांश योजनाओं में मुख्य रूप से इक्विटी में निवेश किया जा रहा है। ये फंड बाजार की स्थितियों के आधार पर इक्विटी और डेट के बीच बदलाव करते हैं। पिछले अगस्त में इक्विटी बाजार के मूल्यांकन में भारी वृद्धि के कारण बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों का शुद्ध इक्विटी निवेश उनके निचले स्तर पर पहुंच गया था क्योंकि उस समय रिस्क-रिवार्ड का संतुलन डेट की ओर हो गया था।

इस श्रेणी की शीर्ष पांच योजनाओं (एडलवाइस बीएएफ को छोड़कर जो एक अलग तरह का आवंटन मॉडल अपनाती हैं) का अगस्त के अंत में औसत शुद्ध इक्विटी निवेश 55.5 प्रतिशत था जो एक साल पहले के 42.8 प्रतिशत से अ​धिक है।

फंड्सइंडिया के वरिष्ठ शोध प्रबंधक जिराल मेहता ने कहा, ‘बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों ने हाल में इक्विटी में अपना निवेश बढ़ाया है और कई योजनाओं का अब 60 प्रतिशत से अधिक निवेश इक्विटी में है। यह बढ़ोतरी मॉडल आधारित संकेतों (मूल्यांकन और धारणाओं के आधार पर) और बाजार की उम्मीदों में बदलाव दोनों को दर्शाती है, जिसमें मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के साथ निरंतर वृद्धि की उम्मीद शामिल है।’

हालांकि इन फंडों के पास इक्विटी और डेट के बीच सही संतुलन तय करने के लिए अलग-अलग मॉडल हैं। लेकिन ज्यादातर मॉडलों में एक मुख्य पैरामीटर इक्विटी मूल्यांकन है। टाटा ऐसेट मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी (सीआईओ-इक्विटी) राहुल सिंह के अनुसार इक्विटी मूल्यांकन में गिरावट इक्विटी आवंटन में बढ़ोतरी का मुख्य कारण रही है।

उन्होंने कहा, ‘तीन या छह महीने पहले की तुलना में आज के कम पीई रेश्यो को ध्यान में रखते हुए इक्विटी आवंटन बढ़ाया गया है। दूसरा, मॉडल में टेक्निकल और मोमेंटम फैक्टर के आधार पर स्कोरिंग भी शामिल है जो अभी भी ठीक-ठाक पॉजिटिव बनी हुई है। इन दोनों फैक्टरों के संयोजन ने हमें फंड में इक्विटी का हिस्सा बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।’

पिछले एक साल में इक्विटी बाजार में कीमत और समय दोनों में गिरावट देखी गई है। इस दौरान निफ्टी 500 का पिछले 12 महीने का पीई रेश्यो 27.2 से घटकर 24.3 रह गया। बाजार की स्थितियों के अनुसार खुद को बदलने की क्षमता के कारण हाल के वर्षों में ऊंचे इक्विटी मूल्यांकन और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों सहित हाइब्रिड फंड सबसे ज्यादा पसंदीदा निवेश विकल्प रहे हैं। कम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों को सदाबहार और अच्छा निवेश विकल्प माना जाता है।

शेयर डॉट मार्केट (फोनपे वेल्थ) के प्रमुख (इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स) नीलेश डी नाइक ने कहा, ‘बाजार की स्थिति कैसी भी हो, ये फंड उन सतर्क निवेशकों के लिए अच्छा निवेश विकल्प है जो इक्विटी की दीर्घाव​धि बढ़ोतरी की संभावना में हिस्सा लेना चाहते हैं और साथ ही अल्पाव​धि जोखिम भी कम करना चाहते हैं। निवेशकों के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक व्यवहार संबंधी पूर्वग्रहों से बचना है। बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ऐसे पूर्वग्रहों को दूर करने में मदद करते हैं क्योंकि उनके आवंटन निर्णय आमतौर पर पहले से तय ऐसेट आवंटन मॉडल पर आधारित होते हैं, जिनमें विकास और मूल्यांकन स्तर जैसे विभिन्न पैरामीटर शामिल हैं।’

कुछ महीने पहले तक इक्विटी में कम निवेश होने से बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों को सकारात्मक रिटर्न मिला जबकि अधिकांश इक्विटी फंडों का रिटर्न नकारात्मक रहा था। एक साल की अवधि में उन्होंने औसतन 3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

First Published : September 22, 2025 | 10:23 PM IST