NFO Alert: फ्लेक्सी कैप कैटेगरी में निवेशकों के साथ ही साथ एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs) की भी दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड (JioBlackRock Flexi Cap Fund) को सेबी से मंजूरी मिल चुकी है। वहीं, कैपिटलमाइंड फ्लेक्सी कैप फंड (CapitalMind Flexi Cap Fund) लॉन्च हो चुका है। इसके बाद, अब इस कैटेगरी में एक और नया फंड (NFO) दौड़ के लिए शामिल हो गया है। द वेल्थ कंपनी म्युचुअल फंड ने सेबी के पास एक नई फ्लेक्सी-कैप म्युचुअल फंड योजना, जिसका नाम The Wealth Company Flexi Cap Fund रखा गया है, के लिए ड्राफ्ट दस्तावेज फाइल किए हैं।
द वेल्थ कंपनी फ्लेक्सी कैप फंड एक ओपन-एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम है जो लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों के स्टॉक में निवेश करेगी।
फंड का नाम- द वेल्थ कंपनी फ्लेक्सी कैप फंड।
फंड टाइप- ओपन-एंडेड फ्लेक्सी कैप इक्विटी स्कीम।
सब्सक्रिप्शन- अभी सब्सक्रिप्शन के लिए तारीखें तय नहीं हुई है।
मिनिमम निवेश- NFO के दौरान निवेशक इस स्कीम में मिनिमम ₹1,000 और उसके बाद ₹1 के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं।
मिनिमम SIP निवेश- इस फंड में SIP करने की भी सुविधा है। SIP के लिए मिनिमम निवेश ₹250 है।
Also Read: NFO में निवेश पहली बार ₹30,000 करोड़ के पार, जुलाई में सेक्टोरल फंड्स की बढ़ी रौनक
इन्वेस्टमेंट ऑप्शन- जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड के विपरीत, यह फंड रेगुलर और डायरेक्ट दोनों प्लान पेश करेगा। इन दोनों प्लान का पोर्टफोलियो एक जैसा होगा और NAV अलग-अलग होंगे।
एंट्री और एग्जिट लोड: इस फ्लेक्सी कैप फंड में एंट्री के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। हालांकि आवंटन की तिथि से 30 दिनों के भीतर यूनिट्स बेचने पर 1% का एग्जिट लोड देना होगा। आवंटन के 30 दिनों के बाद रिडेप्शन पर कोई एग्जिट लोड नहीं लगेगा।
बेंचमार्क: यह फंड NIFTY 500 TRI इंडेक्स को ट्रैक करेगा।
रिस्क लेवल: बहुत अधिक
फंड मैनेजर- अपर्णा शंकर, उमेश शर्मा और वरुण नानावटी इस फ्लेक्सी कैप स्कीम के फंड मैनेजर्स है। फंड के इक्विटी हिस्से का प्रबंधन अपर्णा शंकर द्वारा किया जाएगा। वहीं, डेट हिस्से का प्रबंधन उमेश शर्मा और वरुण नानावटी द्वारा किया जाएगा।
Also Read: Tata MF की इस स्कीम ने बनाया करोड़पति, ₹10,000 मंथली SIP से बना ₹5.17 करोड़ का फंड; चेक करें डिटेल
इस फंड का मकसद मुख्य रूप से इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट के पोर्टफोलियो में निवेश कर कैपिटल ग्रोथ हासिल करना है।
ड्राफ्ट के अनुसार, “यह स्कीम मुख्य रूप से ऐसे कंपनियों में निवेश करेगी जो पूरे मार्केट कैपिटलाइजेशन स्पेक्ट्रम में फैली हों। इक्विटी स्ट्रैटेजी का लक्ष्य एक ऐसा पोर्टफोलियो बनाना होगा जो सेक्टर और मार्केट के प्रति निष्पक्ष हो, और जिसमें विभिन्न प्रमुख उद्योगों, आर्थिक क्षेत्रों और मार्केट कैपिटलाइजेशन में फैली कंपनियों का प्रतिनिधित्व हो।”
इंस्ट्रूमेंट | न्यूनतम आवंटन (%) | अधिकतम आवंटन (%) |
---|---|---|
लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश | 65 | 100 |
डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट | 0 | 35 |
REITs और INVITs द्वारा जारी यूनिट्स में निवेश | 0 | 10 |
Also Read: Gold ETF से निवेशकों ने बनाई दूरी, जुलाई में इनफ्लो 40% घटा… क्या है असली वजह?
द वेल्थ कंपनी फ्लेक्सी कैप फंड पहले से मौजूद लगभग 40 फ्लेक्सी-कैप योजनाओं से मुकाबला करेगा, जहां फिलहाल पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड और एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड का दबदबा है। ये दोनों फंड फिलहाल मिलकर रोजाना ₹1.9 लाख करोड़ से ज्यादा का एयूएम मैनेज करते हैं। AMFI के 10 जुलाई 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, इन सभी 39 फंड्स का कुल दैनिक एयूएम (AUM) ₹4.8 लाख करोड़ से ज्यादा है। अकेले पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड का दैनिक एयूएम ₹1.1 लाख करोड़ से ज्यादा है।
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की जानकारी दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)