निफ्टी में नकारात्मक नोट के साथ कारोबार शुरु हुआ। बैंक, तकनीकी और रियालिटी के अहम शेयरों में हुई ताजा बिकवाली से अंतत: बाजार 90 अंक गिरकर 4130 पर बंद हुआ।
रिलायंस उद्योग जो शुरुआत में बढ़त पर था, ऊंचे स्तर पर शॉर्ट पोजीशन बिल्ड अप से 1.6 फीसदी गिरकर बंद हुआ। तकनीकी तौर पर बाजार पिछले कुछ दिनों से 4090-4240 के दायरे में अटका हुआ है। अब बाजार के रुख का अंदाजा इस दायरे के बाहर किसी भी ओर हुए ब्रेकआउट के बाद ही लग सकेगा।
लेकिन गुरुवार को होने वाली डेरिवेटिव एक्सपाइरी को देखते हुए साफ है कि निफ्टी के लिए 4242 के दायरे से ऊपर जाना खासा मुश्किल है। ऑप्शन खरीददार 4000 के भाव सितंबर सीरीज के कॉल और पुट पर अपनी पोजीशन की बिकवाली करते देखे गए।
हालांकि कुछ पुट राइटरों ने 3900 और 3800 के भाव अपनी पोजीशन अनवाइंड की। इससे पता चलता है कि एक्सपाइरी से पहले कारोबारियों को अंदेशा है कि बाजार कमजोर हो सकता है।
हालांकि निफ्टी पीसीआर ओपन इंट्रेस्ट सितंबर सिरीज के लिए 0.77 है जो ओवरसोल्ड पोजीशन की ओर इशारा है। इसलिए हम एक्सपारी से पहले कुछ शॉर्ट पोजीशन की कवरिंग देख सकते हैं। अक्टूबर सिरीज में रोलओवर पिछले माह की तुलना में कम है।
इससे वायदा और विकल्प के कारोबारी ताजा पोजीशन बनने को लेकर चिंतित हैं। लीमन के पतन पर एडलेवाइस रिसर्च की इंपेक्ट स्टडी बताती है कि भारतीय वेंडरों का इस पर तुलनात्मक दृष्टि से कम ही असर पड़ा है। लेकिन विप्रो को तो कुछ ज्यादा ही नुकसान हुआ है।
इस स्टडी के अनुसार विप्रो की लीमन पर 60-70 लाख डॉलर लेनदारियां हैं जबकि सालाना राजस्व 3.2-4.0 करोड़ डॉलर का है। निफ्टी अक्टूबर सिरीज में रोलओवर 1.595 करोड़ शेयर है जबकि पिछले माह इसी समय यह 1.592 करोड़ शेयर था।
यहां सिर्फ यह अंतर है कि सितंबर सिरीज आठ अंकों के डिस्काउंट पर है, जबकि वर्तमान रोलओवर छह अंकों के प्रीमियम पर है।
