अगर आप बैंकिंग सेक्टर में निवेश कर अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो आप HDFC बैंक में निवेश कर सकते हैं। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इस स्टॉक को ‘बाय’ रेटिंग दी है और इसका टार्गेट प्राइस 2,050 तय किया है। अगर आज के हिसाब से देखे तो आज HDFC बैंक के शेयर 1,690 पर बंद हुआ। इस हिसाब से लॉन्ग टर्म में इसमें 21 प्रतिशत की तक की तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि HDFC बैंक ने अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर एक पॉजिटिविटी दिखाई है। बैंक ने हाल के तिमाही में लोन में धीमी बढ़ोतरी दिखाई, लेकिन कंपनी की रणनीति में अब मुनाफा कमाना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। बैंक अपने क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात (Credit-Deposit Ratio) को नियंत्रित करने और हाई रिटर्न वाले सेक्टर में निवेश बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। वित्त वर्ष 25-27 में ऋण बढ़ोतरी दर 4%, 10% और 13% रहने का अनुमान है।
हालांकि, बैंक की ‘नेट इंटरेस्ट मार्जिन’ दबाव में बनी हुई है, लेकिन मैनेजमेंट का मानना है कि वित्त वर्ष 27 तक इसमें सुधार होगा। HDFC बैंक धीरे-धीरे महंगे उधार (High-cost Borrowings) को जमा राशि (Deposits) से बदल रहा है, जिससे बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
HDFC का तीसरी तिमाही में का शुद्ध मुनाफा साल दर साल (YoY) 2.2% बढ़कर 16,736 करोड़ रुपये रहा था जो पिछले साल की समान तिमाही के दौरान 16,372.5 करोड़ रुपये था। यह आंकड़ा 16,548 करोड़ रुपए के अनुमान से थोड़ा अधिक है। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) दिसंबर तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 8% बढ़कर 30,690 करोड़ रुपए हो गई, जो पिछली तिमाही में 30,653 करोड़ रुपये थी। बीती तिमाही बैंक का ग्रॉस एनपीए 1.42% रहा था, जो उससे पिछली तिमाही में 1.36% था। वहीं, नेट एनपीए 0.46% पर रहा था, जो उससे पिछली तिमाही में 0.41% था। तिमाही के लिए प्रोविजन 3,154 करोड़ रुपए रहा था, जबकि पिछले साल यह 4,217 करोड़ रुपए था और सितंबर तिमाही में 2,700 करोड़ रुपए था।
HDFC बैंक की कुल ऋण वृद्धि वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में लगभग 3% रही। बैंक ने मुनाफे को प्राथमिकता देने के लिए लोन देने की गति को थोड़ा धीमा किया है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में बैंक की वृद्धि मजबूत बनी रही।
कॉर्पोरेट और SME लोन में (CRB) में 11% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके अलावा, रिटेल ऋण 10% बढ़ा, जिसमें मॉर्टगेज सेगमेंट में 9.7% और असुरक्षित लोन (Unsecured Loans) में 10% की बढ़ोतरी हुई। कृषि लोन पोर्टफोलियो भी 15.7% बढ़ा।
मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, HDFC बैंक ग्राहकों को जोड़ने और उनके साथ लॉन्ग-टर्म संबंध बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है। बैंक ने महंगे डिपॉजिट को घटाने और बड़ी राशि वाले डिपॉजिट पर निर्भरता कम करने का फैसला लिया है। बैंक का CASA अनुपात 34% तक गिर गया है, लेकिन मैनेजमेंट को उम्मीद है कि यह अगले कुछ सालों में सुधरेगा। वित्त वर्ष 25-27 के दौरान बैंक की जमा राशि में 15% की वार्षिक वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा, बैंक अपने मौजूदा मॉर्टगेज ग्राहकों को सेविंग अकाउंट में बदलने की योजना बना रहा है, जिससे लॉन्ग-टर्म डिपॉजिट में स्थिरता आ सके।