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नॉन-पार पॉलिसी’ पर रहेगा एलआईसी का जोर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 2:50 PM IST

सरकार के स्वामित्व वाली भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को भरोसा है कि ज्यादा नॉन-पार्टीसिपेटिंग योजनाएं पेश कर और बैंकएश्योरेंस चैनल पर ध्यान देकर उत्पाद पोर्टफोलियो में बदलाव लाने की उसकी रणनीति उसे वृद्धि और बाजार भागीदारी के संदर्भ में अपे​क्षित परिणाम दिलाएगी।
 

एलआईसी के अध्यक्ष एम आर कुमार ने मंगलवार को बीमा दिग्गज की सालाना आम बैठक में कहा, ‘हमने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए बैंकएश्योरेंस पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है जिससे कि हमारे व्यवसाय में इस सेगमेंट की भागीदारी बढ़ सके।’
 

उन्होंने कहा, ‘बैंकों के साथ हमारी भागीदारी मजबूत बनी रहेगी। हमने अपने सभी भागीदार बैंकों के साथ काम करने की योजना बनाई है और साथ ही बैंकों और हमारे बीच आईटी प्रक्रियाओं को भी मजबूत किया जाएगा। एलआईसी 3.0 में हम अपनी गतिवि​धियों में उस तरीके से बदलाव लाएंगे जिससे कि शानदार वृद्धि हासिल की जा सके।’
एलआईसी ने कहा है कि उसने बीपीसीएल में अपनी शेयरधारिता बढ़ाई है। 

एलआईसी ने बीपीसीएल में दो फीसदी से अधिक हिस्सेदारी खरीदी 

एलआईसी ने पिछले साल दिसंबर से अबतक सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल)में दो फीसदी से अधिक हिस्सेदारी खरीद ली है।
इस अधिग्रहण का मूल्य करीब 1,598 करोड़ रुपये है। एलआईसी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसकी, बीपीसीएल में शेयरधारिता 15,25,08,269 से बढ़कर 19,61,15,164 शेयर हो गई है। कंपनी में एलआईसी की हिस्सेदारी चुकता पूंजी के 7.03 फीसदी से बढ़कर 9.04 फीसदी हो गई है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियामकीय मानदंड के मुताबिक, सूचीबद्ध कंपनियों को दो फीसदी से ज्यादा शेयरधारिता का खुलासा करना होता है। बीपीसीएल का बाजार पूंजीकरण 67,301 करोड़ रुपये है। एलआईसी ने कहा कि 28 दिसंबर, 2021 से 26 सितंबर, 2022 की अवधि के दौरान बीपीसीएल में उसकी हिस्सेदारी दो फीसदी से अधिक बढ़ी है। 

First Published : September 27, 2022 | 10:39 PM IST