Kotak Mahindra Bank Share: एकल आधार (standalone basis) पर मुनाफे में धीमी वृद्धि दर्ज करने के बाद कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में सोमवार को 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। BSE के 30 शेयरों वाले बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) पर बैंक का शेयर 3.55 प्रतिशत टूटकर 1757.10 रुपये पर बंद हुआ। दिन के दौरान यह 4 प्रतिशत गिरकर 1,748.85 रुपये पर आ गया था।
वहीं, निफ्टी (Nifty) पर बैंक का शेयर 3.24 प्रतिशत गिरकर 1,762.45 रुपये पर आ गया। कंपनी का मार्केट कैप (MCap) 12,852.08 करोड़ रुपये घटकर 3,49,302.92 करोड़ रुपये रह गया। आज के कारोबार में कोटक बैंक का शेयर सेंसेक्स के 30 शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट लेकर बंद हुआ।
कोटक महिंद्रा बैंक का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY25) में 79 प्रतिशत उछलकर 7,448 करोड़ रुपये हो गया। मुख्य रूप से, बैंक की साधारण बीमा शाखा में हिस्सेदारी बिक्री और अनुषंगी कंपनियों के प्रदर्शन के दम पर बैंक का मुनाफा बढ़ा। हालांकि, एकल आधार (standalone basis) पर बैंक का नेट प्रॉफिट Q1FY25 में केवल दो प्रतिशत बढ़कर 3,520 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक प्रबंधन ने माना कि प्रौद्योगिकी के मोर्चे पर कमियों के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा लगाए गए व्यापार प्रतिबंधों का प्रभाव पड़ा। बैंक के सीईओ और एमडी अशोक वासवानी ने कहा कि जून तिमाही के दौरान बैंक ने प्रौद्योगिकी के मोर्चे पर ‘महत्वपूर्ण प्रगति’ की है और अपनी प्रणालियों के आकलन के लिए परामर्श कंपनी ‘जीटी भारत’ को बाहरी लेखा परीक्षक (external auditor) के रूप में नियुक्त किया है।
उन्होंने कहा कि इसने एक्सेंचर, इन्फोसिस, ओरेकल और सिस्को जैसी बड़ी टेक कंपनियों से संसाधन लेकर अपनी आंतरिक टीम को भी मजबूत किया है। हालांकि, यह आरबीआई पर निर्भर करता है कि वह प्रतिबंध कब हटाना चाहता है। बैंक ने कहा कि आरबीआई के प्रतिबंधों के कारण क्रेडिट कार्ड कारोबार भी प्रभावित हुआ है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में बैंक की कुल आमदनी बढ़कर 15,675 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह 13,183 करोड़ रुपये थी। Q1FY25 में बैंक की ब्याज आय बढ़कर 12,746 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल समान तिमाही में 10,500 करोड़ रुपये थी।
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) सकल कर्ज के 1.39 प्रतिशत पर स्थिर रहीं। इसी तरह, नेट NPA घटकर 0.35 प्रतिशत रह गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 0.40 प्रतिशत था।
(डिस्क्लेमर: कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बिज़नेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में बड़ी हिस्सेदारी है)