Kotak Mahindra Bank Share: कोटक महिंद्रा बैंक ने सितंबर तिमाही यानी 2025-26 की दूसरी तिमाही में करीब 32.5 अरब रुपये का मुनाफा कमाया। यह मुनाफा पिछली तिमाही से 1 प्रतिशत और पिछले साल से 2.7 प्रतिशत कम है। फिर भी ज्यादातर ब्रोकरेज फर्म मानते हैं कि बैंक के नतीजे ठीक रहे हैं। बैंक का लोन कारोबार बढ़िया रहा यानी लोगों और कंपनियों को दिए गए कर्ज में अच्छी बढ़ोतरी हुई है।
लेकिन ब्याज से होने वाली कमाई यानी नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में थोड़ी कमी आई है। बैंक की दूसरी आमदनी, जैसे निवेश या ट्रेडिंग से होने वाली कमाई, कमजोर रही। अच्छी बात यह रही कि बैंक के खर्च और बैड लोन पर होने वाला नुकसान घटा, जिससे कुल मुनाफा संभला रहा। कुल मिलाकर बैंक का मुख्य कामकाज अच्छा है, पर ब्याज से कमाई और दूसरी आमदनी में थोड़ी कमजोरी दिखी है।
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एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने कोटक महिंद्रा बैंक को खरीदने की सलाह दी है और इसका टारगेट प्राइस 2,510 रुपये तय किया है। एंटीक का कहना है कि बैंक की लोन ग्रोथ यानी कर्ज देने की रफ्तार अच्छी रही। सालाना 16 प्रतिशत और तिमाही के हिसाब से 4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई। बैंक ने खर्च और बैड लोन से होने वाले नुकसान (जिसे क्रेडिट कॉस्ट कहा जाता है) को भी नियंत्रण में रखा है।
हालांकि बैंक की दूसरी आमदनी, यानी ब्याज के अलावा होने वाली कमाई, 80 प्रतिशत घट गई है और ब्याज से कमाई का अनुपात (NIM) घटकर 4.54 प्रतिशत पर आ गया है। इसके बावजूद बैंक का कुल प्रदर्शन ठीक रहा क्योंकि खर्च कम हुआ और लोन तेजी से बढ़े। एंटीक का मानना है कि आने वाले कुछ सालों में मुनाफा थोड़ा घट सकता है, लेकिन बैंक की बुनियादी स्थिति मजबूत है, इसलिए निवेशकों को इसे लंबी अवधि के लिए होल्ड यानी बनाए रखना चाहिए।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कोटक महिंद्रा बैंक पर होल्ड की रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 2,082 रुपये तय किया है। नुवामा का कहना है कि बैंक का ब्याज मार्जिन (NIM) उम्मीद से ज्यादा गिरा है, जो दूसरी बड़ी प्राइवेट बैंकों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन माना जा रहा है। बैंक ने अपने खर्च को थोड़ा कम किया है, लेकिन ब्याज से कमाई और बैड लोन (स्लिपेज) में सुधार की गति धीमी रही है।
नुवामा का यह भी कहना है कि डिजिटल सेवाओं पर लगी रोक के बाद बैंक ने खर्च को घटाया है, लेकिन अब बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, जिससे आने वाले समय में खर्च को नियंत्रित रखना मुश्किल हो सकता है। इसलिए नुवामा ने फिलहाल निवेशकों को सलाह दी है कि वे स्टॉक को रखें यानी होल्ड करें, नए निवेश की जल्दबाजी न करें।
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मोतीलाल ओसवाल ने कोटक महिंद्रा बैंक को खरीदने की सलाह दी है और इसका टारगेट प्राइस 2,500 रुपये रखा है। उनका कहना है कि बैंक का मुनाफा 32.5 अरब रुपये रहा, जो उम्मीद के अनुसार है। ब्याज से आय बढ़कर लगभग 73 अरब रुपये हो गई, जबकि ब्याज मार्जिन (NIM) घटकर 4.54 प्रतिशत रह गया। बैंक की लोन ग्रोथ 16 प्रतिशत और जमा राशि में 14.6 प्रतिशत की सालाना बढ़त दर्ज की गई है।
बचत और चालू खाते (CASA) की हिस्सेदारी बढ़कर 42.3 प्रतिशत हो गई, जिससे बैंक की फंडिंग स्थिति और बेहतर हुई है। बैंक के बैड लोन (स्लिपेज) में 10 प्रतिशत की कमी आई और कुल बैड लोन का अनुपात (GNPA) घटकर 1.39 प्रतिशत रह गया।
मोतीलाल ओसवाल का अनुमान है कि आने वाले दो साल में बैंक 2 प्रतिशत रिटर्न ऑन एसेट्स और 12.7 प्रतिशत रिटर्न ऑन इक्विटी हासिल कर सकता है। यानी बैंक की कमाई स्थिर और मजबूत बनी रहेगी। इसी वजह से उन्होंने निवेशकों को स्टॉक खरीदने की सलाह दी है।
तीनों ब्रोकरेज की राय देखें तो एंटीक और मोतीलाल ओसवाल ने कोटक महिंद्रा बैंक को खरीदने की सलाह दी है, जबकि नुवामा ने इसे होल्ड करने की राय दी है। मौजूदा शेयर भाव 2,187 रुपये के मुकाबले, एंटीक और ओसवाल को करीब 14 से 15 प्रतिशत की बढ़त की उम्मीद है।
बैंक की सबसे बड़ी ताकत इसकी मजबूत लोन ग्रोथ, अच्छी जमा वृद्धि और लगातार घटती क्रेडिट कॉस्ट रही है। यानी बैंक अपने कर्ज देने और वसूली के काम में स्थिरता दिखा रहा है। हालांकि बैंक के लिए चिंता की बात यह है कि NIM (नेट इंटरेस्ट मार्जिन) यानी ब्याज से होने वाली कमाई में गिरावट आई है, और गैर-ब्याज आय यानी फीस या निवेश से होने वाली कमाई कमजोर रही है।
अगर आने वाले महीनों में ब्याज मार्जिन स्थिर हो जाता है और दूसरी आय में सुधार आता है, तो स्टॉक में आगे बढ़ने की संभावना मजबूत है। इसलिए लंबी अवधि के निवेशकों के लिए कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर अभी भी एक अच्छा विकल्प माना जा सकता है।
आने वाले समय में निवेशक कोटक महिंद्रा बैंक के NIM यानी नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर खास ध्यान रखेंगे। अगर बैंक की जमाओं पर ब्याज दरें बढ़ना रुक गईं तो बैंक का मार्जिन फिर से सुधर सकता है। साथ ही बैंक को बैड लोन (स्लिपेज) को नियंत्रण में रखना होगा ताकि मुनाफे पर असर न पड़े।
फिलहाल रिटेल लोन और वाहन फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में थोड़ा जोखिम बना हुआ है, लेकिन अगर इन सेक्टरों में स्थिरता आती है तो बैंक की कमाई और भी मजबूत हो सकती है।
कुल मिलाकर कोटक महिंद्रा बैंक का प्रदर्शन इस तिमाही में संतुलित रहा है। बैंक की बुनियादी स्थिति यानी फाइनेंशियल स्ट्रक्चर मजबूत है, लेकिन आने वाले महीनों में मार्जिन और आमदनी की दिशा ही तय करेगी कि यह शेयर आगे कितना बढ़ पाएगा।
(डिस्क्लेमर: बिज़नेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है)
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधित फैसले करने से पहले अपने एक्सपर्ट से परामर्श कर लें।)