जेएसडब्ल्यू सीमेंट के आईपीओ दस्तावेज में कहा गया है कि सज्जन जिंदल की अगुआई वाली कंपनी के पास अपनी उत्पादन क्षमता दोगुनी करने का रोडमैप है और वह अधिग्रहण पर भी विचार कर रही है।
शुक्रवार को जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने बाजार नियामक सेबी के पास विवरणिका का मसौदा (डीआरएचपी) जमा कराया था। कंपनी के डीआरएचपी के मुताबिक, जेएसडब्ल्यू सीमेंट की योजना अपनी ग्राइंडिंग क्षमता मौजूदा 2.06 करोड़ टन सालाना से बढ़ाकर 4.08 करोड़ टन करने और स्थापित क्लिंकर क्षमता मौजूदा 64.4 लाख टन से बढ़ाकर 1.30 करोड़ टन करने की है।
पिछले साल मीडिया से बातचीत में कंपनी के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने 6 करोड़ टन की विस्तार योजना पांच साल में होने की बात कही थी। डीआरएचपी में कहा गया है कि यह रणनीति 6 करोड़ टन सालाना पहुंचने के लिए है, लेकिन विस्तृत योजना सिर्फ 4 करोड़ टन ग्राइंडिंग क्षमता के लिए है।
सोमवार को इस बारे में जानकारी के लिए जेएसडब्ल्यू सीमेंट को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला।
जेएसडब्ल्यू सीमेंट के निदेशक मंडल को सूचीबद्धता के बाद भी अगर बरकरार रखा गया तो यह जेएसडब्ल्यू समूह की अन्य सूचीबद्ध इकाइयों से भी अलग हो जाएगी। डीआरएचपी में समूह के वरिष्ठ वित्तीय अधिकारी शेषगिरि राव को जेएसडब्ल्यू सीमेंट का चेयरपर्सन बताया गया है। समूह की अन्य सूचीबद्ध कंपनियों जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जेएसडब्ल्यू स्टील और जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर के चेयरमैन सज्जन जिंदल हैं।
पेशकश दस्तावेज में जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने यह भी कहा है कि रणनीतिक अधिग्रहण का आकलन जारी रखने का उसका इरादा है (जिसमें दिवालिया संहिता के तहत जमा कराई गई बोली शामिल है), जो उसकी विस्तार योजना व निवेश रिटर्न की रणनीति में फिट बैठता हो।