प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
बेंगलूरु के एम्बेसी ग्रुप के स्वामित्व वाली ऑफिस स्पेस प्रदाता वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट को आईपीओ लाने के लिए बाजार नियामक की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने फरवरी 2025 में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना डीआरएचपी जमा कराया था। सेबी ने पिछले सप्ताह इस आईपीओ को मंजूरी दी।
आईपीओ में 4.37 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। आईपीओ से मिलने वाली रकम कंपनी को नहीं मिलेगी बल्कि ऑफर संबंधित खर्च और संबंधित कर घटाने के बाद बेचने वाले शेयरधारकों को मिलेगी। ओएफएस में एम्बेसी बिल्डकॉन एलएलपी (बेचने वाले प्रवर्तक शेयरधारक) 3.34 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेगी जबकि 1 एरियल वे टेनेंट लिमिटेड (बिक्री करने वाले निवेशक शेयरधारक) 1.02 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिकवाली करेंगे।
सितंबर 2024 तक कंपनी का शुद्ध कर्ज 529.43 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 में परिचालन से राजस्व 1,665.14 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2023 में 1,314.52 करोड़ रुपये था। कंपनी को वित्त वर्ष 2024 में 135.77 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ जो वित्त वर्ष 2023 में 146.81 करोड़ रुपये था।
वीवर्क इंडिया के कार्यालय बेंगलूरु, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, गुड़गांव, नोएडा, दिल्ली और चेन्नई में हैं। 30 जून, 2024 तक, ग्रेड ए संपत्तियों का उसके पोर्टफोलियो में लगभग 93 प्रतिशत हिस्सा था। उसके पोर्टफोलियो के 59 परिचालन केंद्रों में 94,440 डेस्क शामिल थे जिनका कुल पट्टा योग्य क्षेत्रफल 64.8 लाख वर्ग फुट था।