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Vraj Iron and Steel IPO Listing: व्रज आयरन एंड स्टील (Vraj Iron and Steel) ने बुधवार, 3 जुलाई को शेयर बाजार में शानदार शुरुआत की। इसके शेयर दोनों एक्सचेंजों पर ₹240 पर लिस्ट हुए, जो इश्यू प्राइस 207 रुपये से 33 फीसदी अधिक थे। लिस्टिंग के बाद, इंट्रा-डे ट्रेड में यह ₹248 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गए।
व्रज आयरन एंड स्टील की लिस्टिंग ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के अनुसार हुई। डेब्यू से पहले, इसके शेयर अनलिस्टेड मार्केट में ₹67 के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे, जो इसके इश्यू प्राइस से 32.37% अधिक था।
निवेशकों से मिला था शानदार रिस्पांस
Vraj Iron and Steel के इश्यू को निवेशकों से बढ़िया रिस्पांस मिला था। इसके आईपीओ को 100 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला।
व्रज आयरन एंड स्टील के IPO को 126.36 गुना सब्सक्राइब किया गया। इश्यू को तीन दिनों के दौरान रिटेल निवेशकों ने 58.31 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने 173.99 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (NII) ने 221.66 गुना सब्सक्राइब किया।
IPO में 5,782,609 शेयरों की पेशकश की गई थी, लेकिन 73,07,12,160 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। इस IPO का प्राइस बैंड प्रति शेयर 195 रुपये से 207 रुपये तक तय किया गया था।
एंकर निवेशकों से कितने रुपये जुटाए?
व्रज आयरन ने एंकर निवेशकों से 51 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई।
कहां होगा जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल?
स्पंज आयरन, एमएस बिलेट्स और टीएमटी बार बनाने वाली व्रज आयरन अपने बिलासपुर प्लांट के विस्तार के लिए नेट आईपीओ फंड में से 129.5 करोड़ रुपये का उपयोग करेगी। शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
जानें कंपनी के बारे में-
व्रज आयरन एंड स्टील लिमिटेड व्रज ब्रांड के तहत स्पंज आयरन, एम.एस. बिलेट्स और टीएमटी बार का निर्माण करती है। इसके बाय-प्रोडक्ट्स में डोलोचर, पेलेट्स और पिग आयरन जैसे प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं।
कंपनी के छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर और बिलासपुर में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। 31 मार्च, 2023 तक इन प्लांट्स की कुल स्थापित क्षमता 231,600 टन प्रति वर्ष थी। रायपुर संयंत्र ने नए आईएसओ 14001:2015 मानक के तहत एनवायरमेंटल मैनेजमेंट सिस्टम सर्टिफिकेशन प्राप्त किया है।
31 मार्च 2023 और 31 मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच व्रज आयरन एंड स्टील लिमिटेड के राजस्व में 24.87% की वृद्धि हुई और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) में 88.12% की वृद्धि दर्ज की गई।