बेंगलूरु की को-वर्किंग परिचालक बीहाइव वर्कस्पेस प्री-आईपीओ दौर के तहत 400 करोड़ रुपये की रकम जुटाने की कवायद पूरी करने वाली है। कंपनी ने आज बयान में यह जानकारी दी। इस कवायद का उद्देश्य अपने विस्तार के अगले चरण में मदद करना और बैलेंस शीट को मजबूत करना है।
रकम जुटाने की इस कवायद में ऋणदाताओं के कंसोर्टियम के ऋण का बड़ा हिस्सा शामिल है। इसके साथ ही लगभग 100 करोड़ रुपये का इक्विटी निवेश भी शामिल है, जो पूरा होने की अग्रिम स्थिति में है। इक्विटी के इस दौर में अति अमीर व्यक्तियों, परिवार कार्यालयों और कई मौजूदा निवेशकों की जोरदार दिलचस्पी दिखी है।
बीहाइव वर्कस्पेस के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी शेष राव पाप्लिकर ने कहा, ‘बेंगलूरु भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रतिस्पर्धी कोवर्किंग बाजार है और बीहाइव ने स्टार्टअप तथा उद्यमों दोनों को ही लगातार बेजोड़ मूल्य प्रदान करते हुए यहां नेतृत्व की स्पष्ट जगह तैयार की है। यह रकम जुटाना आईपीओ की दिशा में हमारी यात्रा को तेज करता है और साथ ही पुणे, हैदराबाद और चेन्नई जैसे वृद्धि के प्रमुख बाजारों में तेजी से विस्तार करने में सक्षम बनाता है।’
बीहाइव का 2027 में आईपीओ लाने का लक्ष्य है। भविष्य के मद्देनजर कंपनी ने वित्त वर्ष 28 तक 500 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 30 तक 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व पार करने का अनुमान लगाया है। यह अनुमान परिसरों की अगुआई में उसकी विस्तार रणनीति, उद्यम में मजबूती बढ़ाने तथा कोवर्किंग, प्रबंधित कार्यालयों, वर्चुअल कार्यालयों और पहुंच के लचीले साधनों के विविध पोर्टफोलियो के बल पर है।