Bajaj Housing Finance IPO Details: भारत की गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड का IPO 9 सितंबर को ओपन हो रहा है। बजाज ग्रुप की ये कंपनी 6,560 करोड़ रुपये का फंड जुटाकर अब पब्लिक होना चाहती है। कंपनी में दांव लगाने वाले निवेशकों के लिए 11 सितंबर तक का ही समय होगा। यानी, वे निवेशक जो IPO में दांव लगाना चाहते हैं, उनके लिए ओपनिंग डेट 9 सितंबर और क्लोजिंग डेट 11 सितंबर ( Bajaj Housing Finance IPO date) होगी।
कंपनी की तरफ से मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को सौंपी गई रेड हेयरिंग प्रास्पेक्टस (RHP) के मुताबिक, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ एंकर निवेशकों (anchor investors) के लिए 6 सितंबर को ओपन होगा। बजाज हाउसिंग फाइनेंस इस IPO के तहत 3,560 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू (नए शेयर) जारी करेगी और 3,000 करोड़ रुपये OFS (ऑफर फॉर सेल) के जरिये जुटाएगी। हालांकि, अभी इस बात का इंतजार है कि OFS और फ्रेश इश्यू के लिए कंपनी कितने शेयर जारी करेगी। यानी बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ के इश्यू साइज को लेकर निवेशकों को 3 सितंबर तक का इंतजार करना पड़ेगा।
इसी तरह, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO प्राइस भी अभी निर्धारित नहीं हुआ है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO के प्राइस बैंड (Bajaj Housing Finance IPO Price band ) के बारे में जानकारी 3 सितंबर को दी जाएगी। इश्यू का लगभग 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए और बाकी 35% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए रिजर्व है।
Bajaj Housing Finance के शेयरों का अलॉटमेंट 12 सितंबर को और BSE, NSE पर लिस्टिंग 16 सितंबर को हो सकती है। कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड (Bofa Securities India Limited), एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, SBI कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, JM फाइनेंशियल लिमिटेड और IIFL सिक्योरिटीज लिमिटेड बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर (BRLM) हैं, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (Kfin Technologies Limited) इस इश्यू का रजिस्ट्रार है। सिरिल अमरचंद मंगलदास हाउसिंग फाइनेंसर के कानूनी सलाहकार हैं।
बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) बजाज हाउसिंग फाइनेंस की पैरेंट कंपनी है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस को सितंबर 2015 में एक NBFC के रूप में नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर किया गया था। कंपनी रेजीडेंसियल और कमर्शियल प्रॉपर्टीज को खरीदने और रिनोवेट करने के लिए लोन देती है।
इसे भारत में RBI की तरफ से ‘अपर लेयर’ NBFC के तौर पर पहचाना गया है। इसके कंपनी होम लोन, प्रॉपर्टी लोन, लीज रेंट पर ली गई प्रॉपर्टी के लिए लोन और डेवलपर्स को लोन देती है। 31 मार्च 2024 (FY24) तक कंपनी के पास 308,693 एक्टिव कस्टमर थे, जिनमें से 81.7% होम लोन लेने वाले लोग थे।
कंपनी के पास 20 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) में 174 स्थानों पर 215 ब्रांजेज हैं। इनका मैनेजमेंट 6 सेंटलाइज्ड लोन प्रोसेसिंग सेंटर और सात सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर करते हैं।
बता दें कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस की तरफ से शेयरों की बिक्री भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों का पालन करने के लिए की जा रही है। RBI के नियम के तहत,अपर लेयर NBFC को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होना जरूरी है।
IPO यानी नए इश्यू से जुटाई गई फंड का उपयोग बजाज हाउसिंग फाइनेंस भविष्य में आने वाली पूंजी आवश्यकताओं (capital requirements) को पूरा करने के लिए करेगी। आसान भाषा में कहें तो बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO के जरिये जुटाई गई रकम से कैपिटल बेस मजबूत करेगी।
बता दें कि जून में बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO के लिए सेबी के साथ DRHP फाइल की थी। सेबी ने इस महीने की शुरुआत में कंपनी के पहले IPO को मंजूरी दे दी थी।
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का शुद्ध लाभ (Bajaj Housing Finance FY24 net profit) बढ़कर 1,731.22 करोड़ रुपये था। यह उसके पिछले वित्त वर्ष यानी FY23 के1,258 करोड़ रुपये से 38 प्रतिशत ज्यादा है।
स्टैंडअलोन आधार पर देखें तो बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने वित्त वर्ष 25 की जून तिमाही (Q1FY25) में कंपनी का शुद्ध लाभ 482.61 करोड़ रुपये था। जबकि, पिछले साल की समान तिमाही (Q1FY24) में यह 461.80 करोड़ रुपये रहा था। इस लिहाज से देखा जाए तो सालाना आधार पर (YoY) कंपनी का नेट मुनाफा 4.50% का इजाफा रहा। इसी तरह कंपनी का रेवेन्यू Q1FY25 में 2,208.65 करोड़ रुपये रहा, जो Q1FY24 में 1,763.25 करोड़ रुपये रहा था। पूरे FY24 के लिए कंपनी का रेवेन्यू 7,617.31 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी की टोटल इनकम Q1FY25 में 2.208.73 करोड़ रुपये रही। जबकि, Q1FY24 में यह 1,763.38 करोड़ रुपये रही था और पूरे FY24 में 7,617.71 करोड़ रुपये रही थी।
बता दें कि आधार हाउसिंग फाइनेंस और इंडिया शेल्टर फाइनेंस दो हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां हैं जो हाल के महीनों में स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट हुई हैं।