लोकसभा चुनाव के कारण शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला मगर म्यूचुअल फंड पर इसका कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिला। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के जारी आंकड़ों के मुताबिक, म्यूचुअल फंड संपत्ति मई में बढ़कर 58.6 लाख करोड़ रुपये हो गई।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में म्यूचुअल फंड एक साल से भी कम समय में 10 लाख करोड़ रुपये जोड़ने के करीब है। इतना ही नहीं म्यूचुअल फंड संपत्ति में यह अब तक की सबसे तेज वृद्धि है। सन् 1964 में अपनी स्थापना के बाद से फंड उद्योग को पहली 10 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति बनाने में पांच दशक का समय लगा जबकि इसने छह महीने से भी कम समय में अंतिम 9 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति जोड़ दी है।
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, मई में, इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई और यह 34,697 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। पिछले महीने की तुलना में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश में 83.42 प्रतिशत का उछाल आया है। अप्रैल में यह 18,917 करोड़ रुपये था। एक साल पहले की समान अवधि यानी अप्रैल 2023 में यह 3,240.30 करोड़ रुपये था। आंकड़े बताते है कि निवेशकों ने स्मॉल और मिड-कैप को प्राथमिकता देना जारी रखा है। मई में, इक्विटी म्यूचुअल फंडों का AUM 25,39,777.74 करोड़ रुपये हो गया।
मई में नेट इक्विटी म्यूचुअल फंड फ्लो अप्रैल 2019 के बाद से सबसे ज्यादा है। इससे पहले के आंकड़े उपलब्ध नहीं है। AMFI ने साल 2019 से मौजूदा फॉर्मेट में मासिक म्यूचुअल फंड फ्लो की रिपोर्ट करना शुरू किया था।
पिछले 39 महीनों में बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 50 में म्यूचुअल फंड फ्लो के कारण लगभग 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उच्च मूल्यांकन की चिंताओं के बावजूद, मई में स्मॉल-कैप में निवेश 23.4 प्रतिशत बढ़कर 2,725 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मिड-कैप फंड में फ्लो 45.3 प्रतिशत बढ़कर 2,606 करोड़ रुपये हो गया। इस बीच, लार्ज-कैप में निवेश लगभग दोगुना होकर 663 करोड़ रुपये हो गया।
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सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से निवेश मई में बढ़कर 20,904 करोड़ हो गया, जो अप्रैल में 20,371 करोड़ था। अप्रैल 2024 में ही SIP ने पहली बार 20,000 करोड़ का आंकड़ा पार किया। यह मुकाम फंड उद्योग के लिए मील का पत्थर है।
हाइब्रिड फंड कैटेगरी, जो इक्विटी, डेट और कमोडिटी में फैले विविध परिसंपत्ति आवंटन के लिए जानी जाती है, में कुल 17,990.67 करोड़ रुपये का नेट फ्लो देखा गया। विशेष रूप से, आर्बिट्राज फंड कैटेगरी उल्लेखनीय खरीदारी गतिविधि के साथ सामने आई, जिससे 12,758.12 करोड़ का शुद्ध निवेश आकर्षित किया।