facebookmetapixel
देशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोर

FPI ने मई में भारत में किया 43,838 करोड़ रुपये का निवेश, जून में भी निवेश जारी रहने की संभावना

Last Updated- June 03, 2023 | 4:17 PM IST
FPI Trend: Continuous selling by foreign investors stopped, buyers became buyers after two months, pumped Rs 15,446 crore into the market विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली का दौर थमा, दो महीने बाद बने खरीदार, बाजार में झोंके 15,446 करोड़ रुपये

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने मई में भारतीय शेयर बाजारों में 43,838 करोड़ रुपये का निवेश किया।

जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि मई में बाजार में FPI लिवाल रहे और उन्होंने शेयर बाजार और प्राथमिक बाजार के जरिए कुल मिलाकर 43,838 करोड़ रुपये का निवेश किया।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के बीच एक सर्वेक्षण से पता चला है कि भारत अब सभी उभरते बाजारों के बीच सबसे आकर्षक है। इस पर निवेशकों के बीच आम सहमति है। मई में, भारत ने सभी उभरते बाजारों में सबसे बड़ा निवेश आकर्षित किया। वहीं दूसरी तरफ FPI चीन में बिकवाल रहे थे।

FPI के जून में भी भारत में अपना निवेश जारी रखने की संभावना है क्योंकि लेटेस्ट GDP डेटा और हाई फ्रीक्‍वेंसी इंडीकेटर्स से मिल रहे पॉजिटिव संकेत एक मजबूत अर्थव्यवस्था को और मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि फाइनैंशियल, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम और निर्माण सेक्टर बड़े निवेश को आकर्षित कर रहे हैं।

अगले कुछ कारोबारी सत्रों में निफ्टी 18,887 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच सकता है और रिकॉर्ड तोड़ सकता है। उन्होंने कहा, लेकिन रिकॉर्ड स्तर पर बिकवाली का दबाव है क्योंकि मूल्यांकन चिंता का विषय बनेगा।

First Published - June 3, 2023 | 4:17 PM IST

संबंधित पोस्ट