18 मार्च 2025 को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने डेरिवेटिव मार्केट में लगातार दूसरे दिन खरीदारी की। उन्होंने ₹4,761.36 करोड़ मूल्य के स्टॉक्स और फ्यूचर्स खरीदे। इस दौरान, बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में 1.5% तक की वृद्धि हुई।
तकनीकी विश्लेषण:
निफ्टी ने 22,668 – 22,720 के बीच के मंदी वाले गैप को पार किया और डेली चार्ट पर एक बुलिश कैंडल बनाई। इससे बाजार में मजबूती का संकेत मिलता है। निफ्टी ने 22,800 का स्तर पार कर लिया है, जो पहले गिरावट का कारण बना था। अब यह बाजार में और मजबूती दिखा रहा है। निफ्टी को नीचे 22,700 के पास सहारा मिल रहा है और ऊपर 23,000 के पास रेजिस्टेंस है।
एफआईआई की पोजीशन:
एनएसई डेरिवेटिव सेगमेंट के डेटा के अनुसार, एफआईआई की इंडेक्स फ्यूचर्स में ओपन पोजीशन पिछले दो ट्रेडिंग सत्रों में 2.95 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स से घटकर 2.71 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स हो गई है। एफआईआई ने निफ्टी फ्यूचर्स में लगभग 9,800 कॉन्ट्रैक्ट्स या लगभग 6% शॉर्ट पोजीशन कम की हैं। इसी तरह, बैंक निफ्टी और मिडकैप निफ्टी फ्यूचर्स में ओपन इंटरेस्ट क्रमशः 12.5% और 7.5% घटा है।
इसका परिणाम यह है कि एफआईआई की इंडेक्स फ्यूचर्स में लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो 0.32 तक बढ़ गई है, जो 29 जनवरी 2025 के बाद से सबसे हाई है। इसका मतलब है कि एफआईआई के पास प्रत्येक लॉन्ग पोजीशन के मुकाबले 3 शॉर्ट पोजीशन हैं। पिछले दो ट्रेडिंग सत्रों से पहले, यह रेशियो 0.23 था, जो प्रत्येक लॉन्ग पोजीशन के मुकाबले लगभग 5 शॉर्ट पोजीशन था।
रिटेल निवेशकों की पोजीशन:
रिटेल निवेशकों की इंडेक्स फ्यूचर्स में लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो 2 से नीचे गिर गई है, जो 24 दिसंबर 2024 के बाद पहली बार है। अब यह रेशियो 1.88 है, जो प्रत्येक शॉर्ट ट्रेड के मुकाबले 2 लॉन्ग पोजीशन का संकेत देती है।
अन्य प्रतिभागियों की पोजीशन:
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) के पास प्रत्येक शॉर्ट ट्रेड के मुकाबले 2.5 बुलिश पोजीशन हैं, जबकि प्रॉपाइटरी ट्रेडर्स के पास प्रत्येक लॉन्ग ट्रेड के मुकाबले 2 शॉर्ट पोजीशन हैं।
ऑप्शन डेटा:
निफ्टी के डेरिवेटिव डेटा से साफ दिख रहा है कि बाजार में तेजी का माहौल है। पुट राइटर्स (जो नीचे गिरने पर फायदा उठाते हैं) ने कॉल राइटर्स (जो ऊपर जाने पर फायदा उठाते हैं) पर पकड़ मजबूत कर ली है, जिससे पता चलता है कि ट्रेडर्स बाजार को लेकर भरोसे में हैं। 23,000 के कॉल ऑप्शन पर बहुत ज्यादा ओपन इंटरेस्ट बना है, जिससे यह स्तर बाजार के लिए एक बड़ी रुकावट बन गया है। दूसरी तरफ, 22,500 के पुट ऑप्शन पर भारी खरीदारी हो रही है, जो यह दिखाता है कि इस स्तर पर बाजार को मजबूत सहारा मिल रहा है। पुट-कॉल रेशियो भी 1.02 से बढ़कर 1.42 हो गई है, जो बताता है कि ट्रेडर्स तेजी के मूड में हैं और ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं।
मैक्स पेन स्तर:
निफ्टी का मैक्स पेन स्तर 22,700 पर है। इसका मतलब है कि खरीदार (बुल्स) कोशिश कर रहे हैं कि बाजार में बिकवाली का दबाव कम हो, ताकि बाजार आसानी से ऊपर जा सके। कुल मिलाकर, डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़े दिखा रहे हैं कि बाजार में तेजी का माहौल है और आगे भी निफ्टी ऊपर जा सकता है।