FMCG Stocks: इस साल भारत में मॉनसून समय से पहले आ गया है। भारत मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 24 मई 2025 को मॉनसून केरल पहुंच गया, जो कि 2009 के बाद सबसे जल्दी हुआ आगमन है। इसके बाद 24 घंटे के अंदर यह मॉनसून कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी भाग और पूर्वोत्तर के राज्यों तक भी पहुंच गया। यह अब तक की सबसे तेज़ गति से फैला मॉनसून बताया जा रहा है।
अप्रैल से जून तक के महीने आमतौर पर FMCG कंपनियों के लिए गर्मियों के प्रोडक्ट्स की बिक्री के लिहाज़ से अहम होते हैं। जैसे ठंडे पेय, आइसक्रीम, टैल्कम पाउडर जैसी चीज़ें इन महीनों में सबसे ज़्यादा बिकती हैं। लेकिन अगर मॉनसून जल्दी आ जाए, तो गर्मी जल्दी खत्म हो जाती है, जिससे इन चीज़ों की बिक्री पर असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि समय से पहले मॉनसून आने का सबसे ज्यादा असर उन कंपनियों पर पड़ेगा, जिनकी बिक्री गर्मी से जुड़े उत्पादों पर टिकी होती है। ऐसे में Emami और Zydus Wellness का नाम सबसे पहले लिया जा रहा है।
Emami की बात करें तो कंपनी के दो प्रमुख प्रोडक्ट्स — Dermicool Prickly Heat Powder और Navratna Cool Talc — गर्मी के मौसम में सबसे ज़्यादा बिकते हैं। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, डर्मी कूल का वॉल्यूम मार्केट शेयर 14% है, जबकि नवरत्न कूल टैल्क का शेयर 62.8% है। यानी इन प्रोडक्ट्स का बाजार में अच्छा-खासा दबदबा है। ऐसे में अगर गर्मी कम समय की रह गई तो इनकी बिक्री पर सीधा असर पड़ सकता है।
वहीं Zydus Wellness भी गर्मियों के लोकप्रिय प्रोडक्ट्स पर निर्भर है। इसके Nycil Prickly Heat Powder का मार्केट शेयर 35% है, जबकि Glucon-D पाउडर का हिस्सा 59.5% है। ये दोनों ही प्रोडक्ट्स गर्मी में शरीर को ठंडा रखने और एनर्जी देने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। लेकिन अगर गर्मी जल्दी खत्म हो जाती है, तो इनकी मांग घट सकती है।
हालांकि, जल्दी और अच्छी बारिश खेती के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। अच्छी फसल के चलते किसानों की आमदनी बढ़ सकती है और इससे गांवों में FMCG प्रोडक्ट्स की मांग में सुधार आने की उम्मीद है। कोटक सिक्योरिटीज़ के रिसर्च हेड अमित अग्रवाल ने कहा कि मॉनसून से खेती बेहतर होगी, जलाशयों में पानी बढ़ेगा और ग्रामीण इलाकों में खरीदारी की ताकत लौटेगी।
उनका मानना है कि पिछले कुछ समय से ग्रामीण मांग में जो ठहराव आया था, उसमें अब तेजी आ सकती है। यह FMCG कंपनियों के लिए सकारात्मक संकेत है।
हालांकि शुरुआती बढ़त के बाद मॉनसून की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ गई है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, पश्चिम भारत तक तेजी से पहुंचने के बाद अब उत्तर और मध्य भारत में इसकी प्रगति धीमी हो सकती है। इससे उत्तर भारत के कई हिस्सों में गर्मी का असर अभी बना रह सकता है, जिससे खरीफ फसल की बुवाई पर भी थोड़ा असर पड़ सकता है।
Anand Rathi ब्रोकिंग के अजय ठाकुर को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही से शहरी इलाकों में मांग सुधरेगी। उन्होंने कहा कि मॉनसून के अच्छे रहने और सरकार की तरफ से खपत बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों से सेक्टर को मजबूती मिलेगी।
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सरकार ने इस साल के बजट में टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई है, जिससे लोगों की हाथ में ज़्यादा पैसा बचेगा और उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा। यह बात भी FMCG कंपनियों के लिए फायदे की हो सकती है।
आनंद राठी के स्टॉक ब्रोकर के आनंद राठी Emami और Zydus Wellness को लंबी अवधि के निवेश के लिए सही मानते हैं क्योंकि इनकी वैल्यूएशन सस्ती है और इनकी कमाई में अच्छा सुधार हो रहा है। इसके अलावा कोटक सिक्योरिटीज़ ने Godrej Consumer Products, Tata Consumer Products और Pidilite Industries को भी अगली कुछ तिमाहियों के लिए अच्छी ग्रोथ वाली कंपनियों के रूप में चुना है और BUY की सलाह दी है।
2025 की शुरुआत से अब तक निफ्टी FMCG इंडेक्स में केवल 0.05% की मामूली बढ़त देखने को मिली है, जबकि निफ्टी 50 में 5.2% का उछाल आया है। NielsenIQ के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च तिमाही में ग्रामीण FMCG मांग 8.4% रही, जो पिछली तिमाही के 9.2% से थोड़ी कम थी। वहीं शहरी मांग में भी गिरावट आई और यह 2.6% तक सिमट गई।