Diwali Muhurat Trading
Diwali Muhurat Trading: NSE और BSE ने दिवाली के खास मौके पर होने वाली ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ के समय की घोषणा कर दी है। हर साल दिवाली पर यह एक घंटे का विशेष ट्रेडिंग सेशन होता है, जिसे एक रस्म के रूप में आयोजित किया जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों में नए हिंदू कैलेंडर वर्ष की शुरुआत का प्रतीक होती है।
अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 1 नवंबर 2024 (शुक्रवार) को ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ के नाम से एक घंटे का खास ट्रेडिंग सेशन रखा है। यह सेशन शाम 6 बजे से 7 बजे तक चलेगा। हर साल दिवाली के मौके पर इसे निवेशकों के लिए खोला जाता है और यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल, सम्वत 2081 की शुरुआत का प्रतीक होता है।
दिवाली के मौके पर सामान्य ट्रेडिंग सत्र बंद रहेगा। इस दिन सिर्फ शाम के समय एक घंटे का मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र होगा। मुहूर्त ट्रेडिंग का प्री-ओपन सत्र शाम 5:45 बजे से 6:00 बजे तक रहेगा। इस दौरान शेयरों की खरीद-बिक्री हो सकती है, लेकिन यह मुख्य ट्रेडिंग से पहले होता है, ताकि बाजार को खोलने के लिए तैयार किया जा सके। मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेशक एक घंटे के अंदर शेयर खरीद-बेच सकते हैं, वायदा कारोबार, मुद्रा कारोबार, फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग जैसी सभी वित्तीय लेनदेन कर सकते हैं।
BSE ने जारी किया नोटिस
बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर, 2024 (दिवाली – लक्ष्मी पूजन) को आयोजित की जाएगी। मुहूर्त ट्रेडिंग का समय बाद में सूचित किया जाएगा। एक्सचेंज उपरोक्त छुट्टियों में कोई भी बदलाव कर सकता है, जिसके लिए पहले से एक अलग सर्कुलर जारी किया जाएगा।
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मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?
मुहूर्त ट्रेडिंग दिवाली के मौके पर शेयर बाजार की एक पुरानी परंपरा है, जो पिछले 68 सालों से चल रही है। दिवाली के दिन बाजार बंद रहता है, लेकिन शाम के वक्त इसे एक घंटे के लिए खोला जाता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग आमतौर पर शाम 6 से 7 बजे के बीच होती है, जिसमें इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, इक्विटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस और सिक्योरिटीज लेंडिंग और बॉरोइंग जैसे सेगमेंट्स में लेन-देन होता है।