स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 774 अंक लुढ़क गया। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच आईटी, वित्तीय और पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 773.69 अंक यानी 1.27 फीसदी की गिरावट के साथ 60,205.06 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला और एक समय करीब 900 अंक तक लुढ़क गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) भी 226.35 अंक यानी 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 17,891.95 अंक पर बंद हुआ।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘अगले सप्ताह बजट और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले विभिन्न आशंकाओं के बीच घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का जोर रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से भी धारणा पर असर पड़ रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘मंदी की आशंका के कारण कमजोर आर्थिक वृद्धि परिदृश्य से वैश्विक बजार नुकसान में रहे।’
एचयूएल सबसे ज्यादा 1.14 फीसदी चढ़ा। इसके अलावा मारुति, टाटा स्टील, एनटीपीसी और सन फार्मा भी लाभ में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 नुकसान में रहे जबकि आठ में तेजी रही।
सेंसेक्स के शेयरों में एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व, रिलायंस, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, विप्रो और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
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एशियाई बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग तथा चीन का शंघाई कंपोजिट चंद्र नववर्ष के अवसर पर बंद था। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी जर्मनी और फ्रांस में शुरुआती कारोबार में गिरावट रही, जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई 100 लाभ में रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 फीसदी घटकर 85.86 डॉलर प्रति बैरल रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को 760.51 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।