जैफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने भारतीय बाजार और एशियाई पोर्टफोलियो में बदलाव किया है। उन्होंने एशिया एक्स-जापान लॉन्ग ओनली पोर्टफोलियो में ऐक्सिस बैंक (5 फीसदी भारांक) शामिल किया है और लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) में अपना निवेश एक फीसदी बढ़ाया है।
वुड ने कहा, इसका भुगतान आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस में निवेश को खत्म कर और एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) में निवेश को एक फीसदी अंक कम करके किया जाएगा। वुड ने अपने हालिया साप्ताहिक न्यूजलेटर ग्रीड ऐंड फीयर में निवेशकों के लिए लिखा था, ‘जहां तक भारत के लॉन्ग-ओनली पोर्टफोलियो की बात है, बिजली उपकरण निर्माता थर्मेक्स और ऐक्सिस बैंक में निवेश क्रमशः 5 फीसदी और 6 फीसदी भारांक के साथ पेश किया जाएगा।
इसका भुगतान आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस और मारुति सुजुकी इंडिया में किए गए निवेश खत्म कर और एचडीएफसी लाइफ में निवेश को एक फीसदी कम करके किया जाएगा।’
इसके अलावा, वुड ने एचडीएफसी लाइफ, बीएनपी परिबास और श्मबर्जर में अपने वैश्विक लॉन्ग ओनली इक्विटी पोर्टफोलियो के निवेश को ऐक्सिस बैंक, टीएसएमसी और बीवाईडी के निवेश से बदल दिया है।
एसीई इक्विटी के आंकड़े दर्शाते हैं कि कैलेंडर वर्ष 2023 में अब तक इन शेयरों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। जबकि थर्मेक्स, एलऐंडटी, मारुति सुजुकी और एचडीएफसी बैंक के शेयर समान अवधि के दौरान 17 फीसदी तक चढ़े हैं।
इन शेयरों ने एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स को पीछे छोड़ दिया है, जो लगभग 1 फीसदी बढ़े हैं। आईसीआईसीआई लॉम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, आरआईएल, ऐक्सिस बैंक और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के शेयर 12 फीसदी तक गिरे हैं।
बजाज फाइनैंस, ओएनजीसी, गोदरेज प्रोपर्टीज, डीएलएफ, कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, सेंचुरी टेक्सटाइल और मैक्रोटेक डेवलपर्स जैसे कुछ ऐसे अन्य स्टॉक भी हैं जिन्हें वुड ने अपने इंडिया लॉन्ग ओनली इक्विटी पोर्टफोलियो में रखा है।