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Cement stocks: सीमेंट कंपनियों के शेयरों में सोमवार को धमाका! Ultratech रिकॉर्ड ऊंचाई पर, जानें क्यों आई ये तेजी

Cement stocks: अल्ट्राटेक सीमेंट के अलावा आंध्रा सीमेंट, केसोराम इंडस्ट्रीज, श्री सीमेंट और अंबुजा सीमेंट के शेयरों में भी 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी गई।

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निकिता वशिष्ठ   
Last Updated- June 10, 2024 | 4:46 PM IST

सोमवार को Ultratech समेत कई कंपनियों के शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे। देश में बुनियादी ढांचे के विकास और सरकारी निवेश में तेजी की उम्मीद से सीमेंट कंपनियों के शेयरों में उछाल आया। अल्ट्राटेक सीमेंट के अलावा आंध्रा सीमेंट, केसोराम इंडस्ट्रीज, श्री सीमेंट और अंबुजा सीमेंट के शेयरों में भी 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी गई।

यह तेजी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरी बार शपथ ग्रहण के बाद बाजार में सकारात्मक रुझान के बीच आई है। बता दें कि 9 जून को मोदी ने शपथ ग्रहण किया था, उनके साथ 72 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। बहरहाल, उनके विभागों का आवंटन अभी होना बाकी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद टीडीपी और जदयू सहित कई क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन सरकार बनाई है।

सीमेंट कंपनियों के शेयरों में दमदार उछाल!

अल्ट्राटेक सीमेंट का शेयर 4.2 फीसदी उछलकर ₹10,908.75 के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा, एसीसी, अंबुजा सीमेंट, नुवोको विस्टास, जेके लक्ष्मी सीमेंट और श्री सीमेंट के शेयरों में भी 2.7 फीसदी से 5.4 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की गई।

आंध्रा सीमेंट, सागर सीमेंट्स, अंबुजा पोर्टलैंड, द रामको सीमेंट, डेक्कन सीमेंट और एनसीएल इंडस्ट्रीज जैसे अन्य कंपनियों के शेयर भी दोपहर ढाई बजे तक 3.5 फीसदी से 10 फीसदी तक ऊपर चढ़ गए। इसकी तुलना में, प्रमुख बेंचमार्क BSE सेंसेक्स 0.18 फीसदी नीचे था।

विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा बुनियादी ढांचा योजनाओं में कोई बदलाव नहीं होने की उम्मीद है, लेकिन गैर-जरूरी परियोजनाओं को टाला जा सकता है। ब्रोकरेज फर्म फिस्डॉम रिसर्च का कहना है कि “सरकार निजी क्षेत्र पर ज्यादा निर्भर करेगी, क्योंकि उसने पहले ही निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण सुधार लागू कर दिए हैं।” उन्होंने चुनाव के बाद के अपने नोट में बुनियादी ढांचे और सीमेंट क्षेत्र पर “ओवरवेट” रेटिंग दी है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विशेषज्ञों का भी मानना है कि सरकार पूंजीगत व्यय (capex) पर जोर देना जारी रखेगी। इस बीच, वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए अंतरिम बजट में, सरकार ने पूंजीगत व्यय के लिए 11.11 लाख करोड़ रुपये अलग रखे हैं, जो सालाना आधार पर 11.1 प्रतिशत की वृद्धि है।

First Published : June 10, 2024 | 4:46 PM IST