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धातु शेयरों पर तेजी का नजरिया बरकरार

पिछली दो तिमाहियों में इन कंपनियों की आय में तेज गिरावट के बावजूद निवेशकों का तेजी का रुख

Last Updated- February 13, 2023 | 11:32 PM IST
Bullish outlook on metal stocks
BS

धातु व खनन कंपनियों की आय में पिछली दो तिमाहियों के दौरान तेज गिरावट आई है लेकिन इक्विटी निवेशक लगातार इस पर तेजी का नजरिया बनाए हुए हैं। निवेशकों को लगता है कि अगली कुछ तिमाहियों में इन फर्मों की आय में तेजी से सुधार होगा। इससे कंपनियों की आय व उनके बाजार पूंजीकरण के बीच अंतर पैदा हो गया है।

सूचीबद्ध‍ धातु व खनन कंपनियों मसलन टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, वेदांत, हिंडाल्को और कोल इंडिया का संयुक्त शुद्ध‍ लाभ दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 55.9 फीसदी घटा है और दूसरी तिमाही में भी उनकी आय 74.6 फीसदी घटी थी। लेकिन उनका संयुक्त बाजार पूंजीकरण दिसंबर 2022 के आखिर में 10 फीसदी ऊपर रहा।

इन कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 7.53 लाख करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर 2021 के आखिर के 6.85 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा है।

बिजनेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 12 धातु व खनन कंपनियों का संयुक्त तिमाही शुद्ध‍ लाभ तीसरी तिमाही (वित्त वर्ष 23) में घटकर 11,544 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले 26,187 करोड़ रुपये रहा था और रिकॉर्ड तिमाही मुनाफा 31,195 करोड़ रुपये से 63 फीसदी कम है। इसी तरह इनका संयुक्त शुद्ध‍ लाभ दूसरी तिमाही (वित्त वर्ष 23) में घटकर 7,873 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 31,051 करोड़ रुपये रहा था।

तिमाही मुनाफे में गिरावट से लगातार दूसरी तिमाही पिछले 12 महीन के लिहाज से कंपनी का शुद्ध‍ लाभ घटा। इस क्षेत्र का पिछिले 12 महीने के आधार पर शुद्ध‍ लाभ तीसरी तिमाही में घटकर 75,801 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले के करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले करीब 29.7 फीसदी कम है।

एतिहासिक तौर पर बाजार पूंजीकरण और धातु व खनन कंपनियों और पिछले 12 महीने के उनके शुद्ध‍ लाभ के बीच काफी सह-संबंध है। बाजार पूंजीकरण में बदलाव उनकी आय में बदलाव से पहले शुरू हो जाता है।

उदाहरण के लिए महामारी के बाद धातु व खनन कंपनियों की आय में तेजी से पहले उनके शेयर भाव व बाजार पूंजीकरण में तेजी आई। इसी तरह इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया जबकि आय सर्वोच्च स्तर पर नहीं पहुंची थी।

आय और बाजार पूंजीकरण के बीच सहसंबंध अब लगता है टूट गया है और इन कंपनियों के शेयर भाव में काफी सुधार आया है जबकि उनकी आय में कमी दर्ज हुई है।

एमके ग्लोबल ने जेएसडब्ल्यू स्टील पर एक रिपोर्ट में कहा है, अल्पावधि से मध्यम अवधि में स्टील क्षेत्र कैलेंडर वर्ष 22 की दूसरी छमाही में कमजोरी के चरण से बाहर निकल सकता है क्योंकि चीन में कोविड को लेकर सख्ती है औ्र सरकार ने रियल एस्टेट की परेशानी कम करने के लिए कदम उठाए हैं।

साथ ही यूरोप में ऊर्जा संकट घटने से औद्योगिक गतिविधियां व स्टील की मांग में सुधार होगा। ब्रोकरेज को जेएसडब्ल्यू स्टील की कीमतें 36.6 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। इसकी तुलना में कंपनी की शुद्ध‍ बिक्री तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 3.2 फीसदी बढ़ी, वहीं शुद्ध लाभ तिमाही आधार पर 88.8 फीसदी घट गया।

यह भी पढ़ें : NSE Co-location case : SC का NSE की पूर्व MD रामकृष्ण को जमानत देने के आदेश में हस्तक्षेप से इनकार

सेंट्रम इंस्टिट्यूशनल रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है, देसी कारोबार में स्टील की कीमतें ज्यादा होने और यूरोपीय कारोबार में घाटा कम होने से टाटा स्टील का लाभ चौथी तिमाही में सुधरने की उम्मीद है। इसके अलावा नीलाचल इस्पात निगम वित्त वर्ष 24 में वॉल्यूम में योगदान शुरू करेगा, वहीं कलिंगनगर फेज-2का विस्तार वित्त वर्ष 25 में प्रतिबिंबित होने की संभावना है।

मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों को उम्मीद है कि हिंडाल्को का शेयर मौजूदा स्तर से 34 फीसदी बढ़ेगा जबकि उसके एकीकृत शुद्ध लाभ में तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 61 फीसदी की गिरावट आई है। यह देखना बाकी है कि निवेशकों को धातु व खनन कंपनियों की आय में सुधार के लिए कितना इंतजार करना पड़ेगा।

First Published - February 13, 2023 | 10:55 PM IST

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