रिलायंस जियो की तरफ से प्रीपेड प्लांस के टैरिफ में 21 फीसदी की बढ़ोतरी पर ब्रोकरेज फर्मों ने संतोष जताया है और जेफरीज ने 12 महीने के लिए शेयर कीमत का लक्ष्य 2,880 रुपये से बढ़ाकर 2,950 रुपये कर दिया है। वैश्विक रिसर्च व ब्रोकरेज हाउस को लगता है कि सबसे अच्छे परिदृश्य में आरआईएल का शेयर अब 12 महीने में 3,400 रुपये के स्तर पर जा सकता है।
इससे पहले भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया प्रीपेड दरों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान सप्ताहांत में कर चुकी है। नई दरें एक दिसंबर से प्रभावी होंगी। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जताते हुए आरआईएल का शेयर सोमवार को बीएसई पर कारोबारी सत्र के दौरान 4 फीसदी तक चढ़ गया था, लेकिन अंत में 1.04 फीसदी की बढ़त के साथ 2,437.70 रुपये पर बंद हुआ।
जेफरीज के विश्लेषकों ने हालिया नोट में कहा है, जियो की टैरिफ बढ़ोतरी ने प्रीपेड स्मार्टफोन सेगमेंट में भारती एयरटेल के मुकाबले 13 से 20 फीसदी की छूट व ापस ला दी है। यह जियो के ग्राहक जुड़ाव की रफ्तार को बनाए रखेगा। टैरिफ बढ़ोतरी के बाद 2जी फीचर फोन ग्राहक, कम कीमत वाले जियोफोन ग्राहक और उच्च कीमत वाले जियो फोन ग्राहकों को जियोफोन नेक्स्ट में अपग्रेड होने के लिए 24 महीने में 2.6 से 4.4 गुना तक खर्च करना होगा। इसके साथ ही हम जियो का ईवी 8 फीसदी बढ़ाकर 96 अरब डॉलर कर रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप जेफरीज ने औसत राजस्व प्रति ग्राहक (एआरपीयू) अनुमान 6-7 फीसदी बढ़ा दिया है और उम्मीद है कि जियो का एआरपीयू वित्त वर्ष 23-24 में 172 रुपये होगा। इसके अलावा जेफरीज ने उच्च एआरपीयू की बदौलत वित्त वर्ष 22-24 के लिए राजस्व/एबिटा/लाभ अनुमान 5 से 23 फीसदी बढ़ा दिया है और उम्मीद है कि जियो राजस्व व लाभ में 18 से 31 फीसदी की सालाना चक्रवृद्धि की रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज करेगी।
कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने भी आरआईएल के शेयर की रेटिंग बदलकर खरीद की कर दी है, जिसके लिए उन्होंने हालिया गिरावट और दूरसंचार व खुदरा कारोबार में समकक्ष कंपनियों के मुकाबले सापेक्षिक तौर पर कमजोर प्रदर्शन के बाद अनुकूल जोखिम-प्रतिफल में संतुलन का हवाला दिया है। कोटक इंस्टिट््यूशन इक्विटीज के विश्लेषकों तरुण लखोटिया व हेमांग खन्ना का मानना है कि आगामी वर्षों में टैरिफ में और बढ़ोतरी का मंच तैयार हो गया है क्योंंकि एजीआर/स्पेक्ट्रम देनदारी चार साल के लिए टलने के नीतिगत फैसले से राहत मिली है।
उन्होंने हालिया रिपोर्ट में कहा है, हमें लगता है कि आरआईएल का एबिटा अगले दो साल में 26 फीसदी सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा, जिसे रिफाइनिंग व पॉलिएस्टर मार्जिन में मजबूती, दूरसंचार टैरिफ में इजाफा, खुदरा में मजबूत बढ़त और ईऐंडपी योगदान में इजाफे का फायदा मिलेगा। इसके अलावा हमें शेयर की दोबारा रेटिंग की भी उम्मीद है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंंशियल सर्विसेज के विश्लेषकोंं ने चेतावनी दी है कि ग्राहक कम कीमत वाली योजना की ओर जा सकते हैं और ग्राहक एक जीबी रोजाना वाले प्लान के लिए भी 20-25 फीसदी की बचत कर सकते हैं। यह भारती एयरटेल व वोडाफोन आइडिया के उलट है, जहां ऐसा होने की संभावना सीमित है, जिसकी वजह उनके प्राइस प्लान का डिजायन है। इसके बावजूद इस शेयर पर ब्रोकरेज का नजरिया तेजी का बना हुआ है और इसे खरीद की रेटिंग दी है, साथ ही कीमत लक्ष्य 2,900 रुपये प्रति शेयर है।
