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Basmati Rice Stocks: ईरान-इज़राइल सीज़फायर के बाद इन 3 शेयरों में 11% तक की तेजी

Basmati Rice Stocks: डॉनल्ड ट्रंप ने किया ईरान-इज़राइल संघर्ष विराम का ऐलान, निवेशकों ने बासमती शेयरों में दिखाई जबरदस्त दिलचस्पी

Last Updated- June 24, 2025 | 3:04 PM IST
Principal Commodity export: Now the export of principal commodity started increasing, export of non-basmati rice also improved from before अब बढ़ने लगा प्रमुख कमोडिटी का निर्यात, गैर बासमती चावल का निर्यात भी पहले से सुधरा

मंगलवार को BSE पर लिस्टेड बासमती चावल निर्यातकों LT Foods, KRBL और चमन लाल सैटिया एक्सपोर्ट्स के शेयरों में ज़बरदस्त तेजी देखने को मिली। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा ईरान-इज़राइल संघर्ष पर सीज़फायर का ऐलान किए जाने के बाद बाजार में उम्मीद जगी कि अब तनाव कम हो सकता है। इस खबर के बाद LT Foods का शेयर 11% चढ़कर ₹448.90 पर पहुंच गया, KRBL में 9% की तेजी आई और उसका शेयर ₹362.60 पर पहुंच गया, वहीं चमन लाल सैटिया के शेयर 8% चढ़कर ₹357.50 तक पहुंच गए।

बीते दो हफ्तों में गिरा था भाव

हालांकि, बीते दो हफ्तों में यानी सोमवार तक ये शेयर 9% से 14% तक गिरे थे। इसकी वजह थी ईरान और इज़राइल के बीच चले 12 दिन लंबे तनाव, जिससे पश्चिम एशिया को होने वाले चावल निर्यात पर असर पड़ सकता था। LT Foods के मुताबिक, भारत के कुल बासमती चावल निर्यात का 74% हिस्सा पश्चिम एशिया को जाता है। यहां की जनसंख्या करीब 28 करोड़ है और इस इलाके में चावल की मांग बहुत तेज़ है। यही कारण है कि इस क्षेत्र को बासमती चावल के लिए सबसे बड़ा और अहम बाजार माना जाता है।

2025 में भारत के 1.8 करोड़ टन चावल निर्यात करने का अनुमान है, जो पिछले साल से 15 लाख टन ज्यादा होगा। इसका मतलब है कि भारत वैश्विक चावल व्यापार का एक तिहाई हिस्सा अकेले कवर करेगा।

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LT Foods को नोटिस, फिर भी नहीं दिखा असर

सोमवार को LT Foods का शेयर 7% गिर गया था जब कंपनी ने जानकारी दी कि उसकी सहायक कंपनी Ecopure Specialities को ₹50 करोड़ की बिक्री पर 340% काउंटरवेलिंग ड्यूटी (CVD) का नोटिस मिला है। यह नोटिस जनवरी से दिसंबर 2023 की बिक्री पर है। हालांकि कंपनी ने कहा है कि इससे भविष्य की कमाई पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।

मोतीलाल ओसवाल का पॉजिटिव आउटलुक

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने रिपोर्ट में कहा है कि LT Foods की FY25 की परफॉर्मेंस अच्छी रही है और यह मजबूती आगे भी जारी रह सकती है। इसमें बासमती और अन्य खास किस्मों के चावल की मांग, इनपुट कॉस्ट में कमी और फ्रेट चार्ज के सामान्य होने से मार्जिन बेहतर होंगे। साथ ही कंपनी ऑर्गेनिक, हेल्थ और रेडी-टू-कुक प्रोडक्ट्स पर भी ध्यान दे रही है।

KRBL और चमन लाल सैटिया भी फायदे में

KRBL को अपनी बासमती चावल की कुल निर्यात आय का करीब 58% पश्चिम एशिया से मिलता है, खासकर कुवैत, बहरीन और ओमान जैसे देशों से। इसी तरह, चमन लाल सैटिया के शेयरों में भी अच्छी तेजी आई है।

First Published - June 24, 2025 | 3:04 PM IST

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