भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मध्यावधि ऋण नीति समीक्षा के प्रति दलाल स्ट्रीट में शुक्रवार को कोई खास उत्साह नहीं दिखा।
इससे इन अटकलों को बल मिल रहा है कि बाजार की अनिश्चितता का रुख आगे भी जारी रह सकता है। जानकारों का मानना है कि बाजार ने कोई उत्साह नहीं दिखाया है लिहाजा निवेशक भी वैश्विक रुख में कमजोरी के मद्देनजर सतर्क रवैया अपनाएंगे।
ऋण नीति जारी होने से पहले बाजार 400 अंक गिरा था जबकिआरबीआई द्वारा ऋण नीति की घोषणा के बाद यह 337 अंक और गिरकर 9,000 के नीचे चला गया। सेंसेक्स का यह स्तर जुलाई 2006 में रहा था।
दोपहर में सेंसेक्स 737.37 अंकों की गिरावट के साथ 9034.33 पर जबकि निफ्टी 7 फीसदी की गिरावट के साथ 2736.30 अंकों पर कारोबार कर रहा था।