अदाणी समूह के शेयरों की पिटाई से बेंचमार्क निफ्टी में भी खासी गिरावट दर्ज की गई। बजट के दिन तीन साल में पहली बार निफ्टी 50 में गिरावट देखी गई। दिन के कारोबार के दौरान निफ्टी में 620 अंक का उतार-चढ़ाव देखा गया, जो नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन वाली सरकार के 13 बजट में तीसरा सबसे बड़ा उतार-चढ़ाव है।
वैश्विक संकेतों से सुबह बाजार बढ़त पर खुला और बजट में आयकर घटाने तथा बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देने की घोषणा के साथ इसमें 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। इसके साथ ही अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 5.9 फीसदी पर रखने का लक्ष्य तय किया गया है जिसका बाजर पर सकारात्मक असर पड़ता दिख रहा था।
लेकिन अदाणी समूह की फर्मों में बिकवाली शुरू होने से बाजार अपनी ज्यादातर बढ़त गंवा दी। पांच दिन के दौरान अदाणी के बाजार पूंजीकरण में करीब 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज 35 फीसदी तक टूट गया था लेकिन कारोबार की समाप्ति पर यह 27 फीसदी के नुकसान के साथ बंद हुआ। अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज में 18 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। दोनों सूचकांक निफ्टी 50 में शामिल हैं। निफ्टी 46 अंक की गिरावट के साथ 17,616 पर बंद हुआ।
बाजार में चर्चा थी कि कुछ विदेशी बैंकों ने अदाणी समूह के गिरवी शेयरों को बेच दिया है। सेंसेक्स में अदाणी की कंपनियां शामिल नहीं हैं, जिसकी वजह से सूचकांक 158 अंक की बढ़त के साथ 59,709 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स दिन के उच्च स्तर 60,773 अंक से करीब 1,000 अंक नीचे आया था। भारतीय स्टेट बैंक में भी 4.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
मॉर्गन स्टैनली में इक्विटी शोध प्रमुख और भारत में इक्विटी स्ट्रैटजिस्ट रिद्धम देसाई ने कहा, ‘वैश्विक अनिश्चितता वाले साल में पूंजीगत व्यय बढ़ाने, राजकोषीय घाटा कम करने और इक्विटी में पूंजीगत लाभ कर में कोई बदलाव नहीं होने का शेयरों पर सकारात्मक असर पड़ा।’ देसाई ने कहा कि बजट के उपायों से कंपनियों के आय अनुमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
विशेषज्ञों ने कहा कि अगर अदाणी के शेयरों में गिरावट नहीं आई होती तो बाजार में अच्छी तेजी नजर आती। आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी में प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी ए बाला सुब्रमणयन ने कहा, ‘बजट काफी अच्छा रहा और इसमें नकारात्मक और हैरान करने वाली कोई चीज नहीं थी। इसमें पूंजीगत व्यय बढ़ाने की स्पष्ट प्रतिबद्धता दिखाई दी जिससे भविष्य में वृद्धि को रफ्तार मिल सकती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है।’
यह भी पढ़ें: Budget 2023: मध्यम वर्ग के लाभ के लिये टैक्स स्लैब में बदलाव, नई टैक्स रिजीम अब अधिक आकर्षक- सीतारमण
ट्रेडिंगो के संस्थापक पार्थ नयति ने कहा, ‘बाजार ने उत्साह के साथ बजट का स्वागत किया था लेकिन अदाणी समूह के शेयरों में तेज गिरावट ने सारा उत्साह फीका कर दिया। फेड की बैठक भी होने वाली है लेकिन बाजार की नजर अदाणी पर ही मुख्य रूप से बनी रहेगी।’
बीएसई के 19 क्षेत्रीय सूचकांकों में से केवल चार बढ़त पर बंद हुए। बीएसई एफएमसीजी और बीएसई आईटी सूचकांक 0.7 फीसदी बढ़त पर बंद हुए। बीएसई में 1,176 शेयर बढ़त में जबकि 2,368 नुकसान पर बंद हुए। निफ्टी स्मॉलकैप और निफ्टी मिडकैप में 1-1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।