सक्रियता से प्रबंधित मिडकैप व स्मॉलकैप योजनाएं पिछले एक साल में बेंचमार्क सूचकांकों को मात देने के लिए जूझती रही हैं लेकिन बाजार में गिरावट के दौर में उन्होंने सूचकांकों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। कुछ योजनाओं को छोड़कर दोनों श्रेणियों में सभी ऐक्टिव फंडों ने अपने प्रमुख बेंचमार्क के मुकाबले गिरावट को रोकने में कामयाबी पाई है।
वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार 13 मार्च को समाप्त एक महीने की अवधि में ऐक्टिव मिडकैप फंड औसतन 2.5 फीसदी नीचे थे। इस अवधि में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 3.9 फीसदी नीचे रहा। स्मॉलकैप के मामले में ऐक्टिव फंड निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 8.6 फीसदी की गिरावट के मुकाबले 6 फीसदी नीचे रहे।
विशेषज्ञों के मुताबिक ऐक्टिव फंड योजनाएं गुणवत्ता वाले कारकों पर ध्यान देती हैं जो पिछले 10 महीने की तेजी के दौरान (मार्च 2023 में शुरू हुई) उनके कमजोर प्रदर्शन का कारण था और यह गिरावट वाले दौर में उनके लिए लाभकारी साबित हुआ। ऐक्टिव स्मॉलकैप योजनाओं के बेहतर प्रदर्शन को लार्जकैप व मिडकैप सेगमेंट में कम गिरावट से मजबूती मिली, जहां उनका खासा निवेश है।
प्रमुख सूचकांकों में शेयरों के शामिल होने की वजह मोटे तौर पर उनमें हलचल होती है लेकिन ऐक्टिव फंड फंडामेंटल व गुणवत्ता से जुड़े कई कारकों के आधार पर शेयर खरीदते हैं। ज्यादातर ऐक्टिव स्मॉलकैप व मिडकैप फंडों ने लंबी अवधि के दौरान सूचकांकों के मुकाबले उम्दा प्रदर्शन किया है।