बॉलीवुड फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर ने बॉम्बे हाईकोर्ट में हिंदी फिल्म ‘शादी के डायरेक्टर करण और जौहर’ के निर्माताओं के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। उन्होंने अपनी अनुमति के बिना फिल्म के टाइटल में उनके नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
यह कानूनी कार्रवाई डीएसके लीगल के माध्यम से फिल्म के निर्माताओं, इंडियाप्राइड एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड, संजय सिंह और लेखक-निर्देशक बबलू सिंह के खिलाफ शुरू की गई है।
करण जौहर चाहते हैं कि कोर्ट फिल्म के टाइटल में उनके नाम को हमेशा के लिए हटाने का आदेश दे दे। ये केस बुधवार को जज के सामने पेश किया गया। जज ने गुरुवार को इस मामले को सुनने की बात कही है। गौर करने वाली बात है कि फिल्म 14 जून को रिलीज होने वाली थी।
ये फिल्म दो शादी प्लानर करण और जौहर की कहानी है। जौहर का कहना है कि उनका इस फिल्म से कोई लेना-देना नहीं है। उनका मानना है कि फिल्म वाले उनके नाम की लोकप्रियता का फायदा उठाना चाहते हैं।
करण जौहर का कहना है कि इस फिल्म में उनके नाम का बिना इजाजत इस्तेमाल से उनकी साख खराब हो रही है। फिल्म के टाइटल, ट्रेलर, और पोस्टर में उनका नाम इस्तेमाल किया गया है जिसे हर जगह दिखाया जा रहा है, सोशल मीडिया पर भी। इससे लोगों के बीच उनकी छवि खराब हो रही है।
करण जौहर इस बात से चिंतित हैं कि इस टाइटल के साथ फिल्म रिलीज होने से उनकी सालों की मेहनत से बनाई गई पहचान को और ज्यादा नुकसान पहुंचेगा। इसीलिए उन्होंने कोर्ट से मांग की है कि वो फिल्म को इसी नाम से रिलीज होने से रोकने का आदेश दे दें।
कोर्ट में करण जौहर को DSK लीगल के वकील पाराग खंडेलवाल और चंद्रिमा मित्रा साथ में रिप्रेजेंट कर रहे हैं। उनके साथ उनकी टीम की प्रणिता सबू और अनाहिता वर्मा भी हैं। जज चागला गुरुवार को इस मामले की सुनवाई करेंगे।
इस फैसले से तय होगा कि फिल्म 14 जून को रिलीज हो पाएगी या नहीं। साथ ही ये केस भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में बिना इजाजत किसी व्यक्ति के नाम या ब्रांड का इस्तेमाल करने पर एक अहम उदाहरण भी स्थापित कर सकता है।