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Pooja Khedkar: UPSC ने विवादों से घिरी IAS पूजा खेडकर की छीन ली अफसरी, इन परीक्षाओं पर भी लगाया बैन

UPSC ने कहा कि पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को यह भी स्पष्ट रूप से बताया गया था कि यह उनके लिए यह अंतिम और फाइनल अवसर था और उसके बाद समय में और विस्तार की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- July 31, 2024 | 7:27 PM IST

Pooja Khedkar IAS: भारत की सबसे बड़ी और कठिन परीक्षा कही जाने वाली UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की सिविल सर्विस परीक्षा में धांधली करने वाली पूजा खेडकर के खिलाफ एक्शन लिया गया है। UPSC ने बयान जारी करते हुए बताया कि आयोग ने विवादों में घिरी ट्रेनी IAS ऑफिसर की अनंतिम उम्मीदवारी (proisional candidature) रद्द कर दी है। UPSC ने बयान जारी करते हुए बताया कि पूजा खेडकर मांगी गई अतिरिक्त समयसीमा के भीतर भी अपने डॉक्यूमेंट्स सब्मिट नहीं की, जिसके बाद आज UPSC उनके खिलाफ एक्शन ले रही है।

समय रहते नहीं दे सकी डॉक्यूमेंट्स

UPSC ने बयान जारी करते हुए बताया कि आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षा-2022 (CSE-2022) की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को धोखाधड़ी से लाभ लेने के लिए 18 जुलाई, 2024 को एक कारण बताओ नोटिस (SCN) जारी किया गया था। यह नोटिस पूजा खेड़कर को अपनी फर्जी पहचान बनाकर परीक्षा नियमों में प्रदान की गई अनुमेय सीमा (permissible limit) से अधिक प्रयास करने के लिए जारी किया गया था। पूजा को 25 जुलाई, 2024 तक नोटिस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी थी। हालांकि, उन्होंने 04 अगस्त, 2024 तक और समय देने का अनुरोध किया ताकि वह अपनी प्रतिक्रिया के लिए आवश्यक दस्तावेज जुटा सके।

UPSC ने पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के अनुरोध पर सावधानीपूर्वक विचार किया और न्याय के उद्देश्य को पूरा करने के लिए, उन्हें 30 जुलाई, 2024 को दोपहर 3:30 बजे तक का समय दिया गया ताकि वह नोटिस की प्रतिक्रिया दे सकें।

UPSC ने कहा कि पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को यह भी स्पष्ट रूप से स्पष्ट कर दिया गया था कि यह उनके लिए यह अंतिम और फाइनल अवसर था और उसके बाद समय में और विस्तार की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें स्पष्ट शब्दों में यह भी बताया गया कि अगर उपरोक्त तिथि/समय तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, तो UPSC उनसे कोई और संदर्भ लिए बिना आगे की कार्रवाई करेगा। समय सीमा बढ़ाए जाने के बावजूद वह निर्धारित समय के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने में विफल रहीं।

इन परीक्षाओं पर लगाया गया बैन, नहीं दे सकेगी भविष्य में एग्जाम

UPSC ने उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच की और उन्हें CSE-2022 नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन में कार्य करने का दोषी पाया। CSE-2022 के लिए उनकी अनंतिम उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है और उन्हें UPSC की सभी भविष्य की परीक्षाओं/चयनों से स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया है।

क्या है पूजा खेडकर पर आरोप

UPSC परीक्षा में आल- इंडिया 821वीं रैंक (pooja khedkar ias rank) हासिल करने वाली प्रोबेसनपी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर पर अपने अधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप है। उन पर सिविल सेवा परीक्षा में अलाउट लिमिट से ज्यादा अटेंप्ट (प्रयासों) का फायदा उठाने के लिए अपनी पहचान को गलत साबित करने का भी आरोप है।

जब मामला सामने आया तो उसके बाद दिल्ली पुलिस ने UPSC द्वारा खेडकर के खिलाफ दायर एक शिकायत पर उनके खिलाफ FIR दर्ज की थी।

उस दौरान, UPSC ने एक बयान में कहा था कि जांच से यह पता चला है कि पूजा खेडकर अपना नाम, अपने पिता और माता के नाम, अपना हस्ताक्षर, अपनी फोटो, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर बदलकर अपनी पहचान फर्जी बनाकर परीक्षा नियमों के तहत अनुमेय सीमा से अधिक प्रयासों का धोखाधड़ी से लाभ उठाया।

First Published : July 31, 2024 | 4:31 PM IST