मुंबई निवासियों की छुट्टियां मनाने और नव वर्ष पर मौज-मस्ती करने की योजना पर पानी फिर गया है। यूरोप में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप और ब्रिटेन में
कोरोनावायरस के नए स्वरूप के आने की खबरों के बाद महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में अगले 15 दिनों तक रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने यूरोप, पश्चिम एशिया और दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों के लिए 15 दिनों का संस्थागत पृथकवास अनिवार्य कर दिया है। कोविड-19 के नए स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए सोमवार को इन उपायों की घोषणा की गई। बारोट होटल्स और वाय हॉस्पिटैलिटी के निदेशक कमलेश बारोट ने कहा कि इन सख्त उपायों से होटल एवं रेस्तरां कारोबार पर चोट पड़ सकती है।
पूरे वर्ष कारोबार पर चोट झेलने के बाद क्रिसमस और नव वर्ष की पूर्व संध्या होटल एवं रेस्तराओं आदि के लिए कमाई के बड़े स्रोत होते हैं। हालांकि कारोबारियों के अनुसार रात्रि कफ्र्यू ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया है। फेडेरेशन ऑफ होटल्स ऐंड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रवक्ता गुरबख्श सिंह कोहली ने कहा कि सरकार का यह निर्णय बेतुका लग रहा है।
इस बीच भारत बायोटेक ने कोविड-19 के अपने टीके कोवैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया है। इसके साथ ही कंपनी ने तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण के लिए आवश्यक कुल वॉलंटियरों में से आधे की भर्ती कर ली है। टीके पर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति के प्रमुख वीके पॉल ने कहा कि फाइजर ने अब तक विशेषज्ञ समिति को डेटा नहीं सौंपा है। उन्होंने कहा कि एक कंपनी की ओर से ताजा डेटा दिया गया है जिसकी समीक्षा की जा रही है। भारत में वायरस का नया रूप अभी नहीं पाया गया है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्कता बरतनी होगी।
