महाराष्ट्र सरकार दिल्ली सरकार के लॉकडाउन के आदेश का अध्ययन कर रही है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अगले दो दिन में और सख्त पाबंदियों के संबंध में फैसला कर सकते हैं। राज्य आवश्यक वस्तुओं वाली दुकानों का समय कम करने की भी योजना बना रहा है ताकि लोगों की गैर-जरूरी आवाजाही को रोका जा सके। पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए 15 दिनों के कफ्र्यू की घोषणा की थी, लेकिन इसे सख्ती से लागू नहीं किया गया है। ऑक्सीजन और अस्पताल के बिस्तरों की कमी के बीच राज्य मंत्रिमंडल के मंत्रियों की ओर से लॉकडाउन लागू किए जाने का अनुरोध किया जा रहा है।
राज्य के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वाडेट्टीवार ने सोमवार को कहा कि मौजूदा प्रतिबंधों से कोविड के मामलों को कम करने में मदद नहीं मिली है और मुख्यमंत्री अगले दो दिन में यह तय करेंगे कि लॉकडाउन किया जाए या नहीं। महाराष्ट्र ने रविवार को कोविड-19 के 67,000 मामले दर्ज किए थे और यह देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। राज्य में सक्रिय मामलों की सं या 6,40,000 से अधिक है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हमने आज एक समीक्षा बैठक की थी और पाबंदियों को सख्त करने की आवश्यकता पर चर्चा की। लोग बिना किसी जायज वजह के बाहर जा रहे हैं और इस पर अंकुश लगाने का एक तरीका प्रोविजन स्टोरों के समय को सीमित करना है। यह निर्णय लिया गया था कि प्रोविजन स्टोर सुबह चार घंटे के लिए खुले रखे जा सकते हैं।