मुंबई सहित देशभर में नवरात्रि की तैयारियां जोर शोर से शुरु है। कारोबारियों की तरफ से दीपावली की भी तैयारी शुरु कर दी है।
बाजार में ग्राहकों की बढ़ती चहल पहल और खरीदारी के उत्साह को देखते हुए कारोबारी संगठन दावा कर रहे हैं कि इस साल के त्यौहारों के सीजन (Festive Season) में देश भर में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने की संभावना है। पिछले साल इस सीजन में लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था ।
कोविड के बाद यह पहला वर्ष है जब मुंबई सहित देश भर में त्यौहारों को लेकर लोग बड़े उत्साहित हैं और बाज़ारों में चहल पहल दिखाई देनी शुरु हो गई।
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया के मुताबिक दिवाली त्यौहार का सीजन इस बार रक्षा बंधन से शुरु हुआ है जो 23 नवम्बर के दिन तुलसी विवाह तक चलेगा।
अभी 15 अक्तूबर से नवरात्र, रामलीला , दशहरा , दुर्गा पूजा, करवा चौथ, धन तेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, छठ पूजा तथा तुलसी विवाह तक त्यौहारों का सीजन है और इस सीजन में ग्राहकों की मांग के अनुरूप देश भर के व्यापारियों ने व्यापक रूप से सामान उपलब्ध कराने की बड़ी तैयारियों की व्यवस्था कर ली है।
कैट महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री शंकर ठक्कर ने बताया कि इस त्योहारी सीजन में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान का आधार बहुत सरल है क्योंकि भारत में बाज़ारों में खुदरा बिक्री के लिए लगभग 60 करोड़ उपभोक्ता हैं और अगर हम प्रति व्यक्ति 5000 रुपये का ही खर्च आंकें तो 3 लाख करोड़ का आंकड़ा बेहद आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि अब लोग कोविड संकट को पूरी तरह से पीछे छोड़ चुके हैं और अपने जीवन के प्रति बेहद सकारात्मक दृष्टिकोण रख रहे हैं, वे त्योहारी सीजन को उत्सव और समृद्धि के साथ मनाना चाहते हैं।
घरेलू सामान, उपकरण, उपहार, कपड़े, आभूषण, नकली आभूषण, बर्तन, सजावटी सामान, फर्नीचर और फिक्स्चर, बरतन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर और बाह्य उपकरणों, बिजली के सामान, मिठाई और नमकीन कॉन्फ़ेक्शनरी, फल सहित अन्य सामानों की ख़रीद पर बड़े पैमाने पर उपभोक्ताओं द्वारा खर्च किए जाने की उम्मीद है।