हैदराबाद की प्रमुख कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज (डीआरएल) ने एंटीवायरल दवा फैविपिराविर के नवोनमेषी ब्रांड एविगन को बाजार में उतारा है। भारत में इसका उपयोग कोविड-19 के हल्के संक्रमण वाले रोगियों के उपचार में किया जाएगा। कंपनी ने इसकी कीमत 99 रुपये प्रति टैबलेट रखी है। कंपनी फिलहाल इस दवा को जापान से आयात कर रही है।
डॉ रेड्डीज जल्द ही भारत में इस दवा का उत्पादन शुरू करने की भी तैयारी कर रही है। कंपनी के सीईओ (ब्रांडेड मार्केट्स- भारत एवं उभरते बाजार) एमवी रमण ने कहा कि फूजीफिल्म के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है और डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज एक तिमाही के भीतर भारत में इसका उत्पादन शुरू करने में सक्षम हो जाएगी। कंपनी सीधे उन रोगियों तक दवा पहुंचाने की भी योजना बना रही है जो उसके हेल्पलाइन के जरिये ऑर्डर देंगे। कंपनी देश के 42 शहरों में ऐसी सुविधा उपलब्ध कराएगी जबकि वह एविगन को देश भर की खुदरा दवा दुकानों में भी उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है।
डॉ रेड्डीज ने भारत में एविगन के उत्पादन, बिक्री एवं वितरण के लिए विशेष अधिकार हासिल करने के लिए फ्यूजीफिल्म टोयामा केमिकल्स के साथ एक वैश्विक लाइसेंसिंग सौदा किया है। डॉ रेड्डीज चीन, जापान और अमेरिका जैसे बाजारों को भी एविगन का निर्यात करेगी। इसके लिए उसने फूजीफिल्म और ग्लोबल रिस्पॉन्स ऐड के साथ त्रिपक्षीय करार किया है। भारत में जेनेरिक फैविपिराविर के कई ब्रांड पहले से ही उपलब्ध हैं। देश की सबसे बड़ी औषधि कंपनी सन फार्मास्युटिकल्स इसे 35 रुपये प्रति टैबलेट कीमत के साथ बाजार में पहले ही उतार चुकी है। डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज का मानना है कि अधिक दिनों तक सुरक्षित रहने के साथ उसकी एविगन दवा क खास विशेषता है जिससे बिक्री को बल मिलेगा।