अमेरिकी केंद्रीय बैंक Federal Reserve की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) ने एक बार फिर अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। अब यह दर 4.25% से 4.5% के बीच बनी रहेगी। यह लगातार चौथी बैठक है जब फेड ने दरों को स्थिर रखा है। कमेटी के सभी वोटिंग सदस्यों ने इस फैसले का समर्थन किया।
बैठक के बाद जारी बयान में फेड ने कहा कि महंगाई अभी भी कुछ हद तक ऊंची बनी हुई है। साथ ही यह भी बताया गया कि हाल के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती के साथ विकास जारी है। फेड ने यह भी कहा कि बेरोजगारी दर अब भी कम है और श्रम बाजार की स्थिति मजबूत बनी हुई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था को लेकर फेड का भरोसा कायम है।
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा है कि अमेरिका में इस गर्मी के दौरान वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। उन्होंने इसकी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ (आयात शुल्क) को बताया।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पॉवेल ने कहा, “हम देख रहे हैं कि वस्तुओं की महंगाई थोड़ा-थोड़ा बढ़ रही है। हमें उम्मीद है कि गर्मियों में यह और बढ़ेगी।” उन्होंने बताया कि टैरिफ का असर पूरी सप्लाई चेन पर धीरे-धीरे पड़ता है, क्योंकि बहुत सी वस्तुएं महीनों पहले आयात की गई थीं।
पॉवेल ने यह भी बताया कि अब कुछ श्रेणियों जैसे पर्सनल कंप्यूटर और ऑडियो-विजुअल उपकरणों में कीमतें बढ़ती दिख रही हैं, और यह टैरिफ बढ़ने की वजह से हो रहा है। उनका कहना है कि आने वाले महीनों में इस तरह की कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ब्याज दरों में कटौती को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दिन की शुरुआत में मांग की कि फेडरल रिजर्व को 1 से 2.5 प्रतिशत अंक तक की बड़ी कटौती करनी चाहिए।
गौरतलब है कि फेड की दरों से जुड़ा फैसला सात राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त गवर्नरों और पांच क्षेत्रीय बैंकों के अध्यक्षों के एक रोटेशन समूह के बीच गहन विचार-विमर्श के बाद लिया जाता है।