facebookmetapixel
भारत-ब्राजील ने व्यापार, दुर्लभ मृदा खनिजों पर की बातमानवयुक्त विमानों की बनी रहेगी अहमियत : वायु सेना प्रमुखजीवन बीमा कंपनियां वितरकों का कमीशन घटाकर GST कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देंगीRBI ने ECB उधारी के लिए वित्तीय क्षमता आधारित सीमा और बाजार दरों पर उधार लेने का दिया प्रस्तावभारतीय कंपनियों में IPO की होड़, 185 से ज्यादा DRHP दाखिल होने से प्राइमरी मार्केट हुआ व्यस्तभारतीय को-वर्किंग कंपनियां GCC के बढ़ते मांग को पूरा करने के लिए आसान ऑप्शन कर रही हैं पेशभारतीय दवा कंपनियां अमेरिका में दवा की कीमतें घटाकर टैरिफ से राहत पाने की राह पर!हीरा नगरी सूरत पर अमेरिकी टैरिफ का असर: मजदूरों की आय घटी, कारोबार का भविष्य अंधकार मेंपुतिन ने भारत-रूस व्यापार असंतुलन खत्म करने पर दिया जोरखुदरा पर केंद्रित नए रीट्स का आगमन, मॉल निवेश में संस्थागत भागीदारी बढ़ने से होगा रियल एस्टेट का विस्तार

ट्रंप के टैरिफ से जुकरबर्ग-बेजोस को करारा झटका, अरबों डूबे… लेकिन इस शख्स की हुई जमकर कमाई

नए टैरिफ का सबसे ज्यादा असर अमेरिकी अरबपतियों पर पड़ा। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस को सबसे बड़ा नुकसान हुआ।

Last Updated- April 04, 2025 | 5:15 PM IST
हुरुन इंडिया की रिपोर्ट, अरबपतियों की फेहरिस्त में भारत से 94 नए चेहरे, Hurun India report, 94 new faces from India in the list of billionaires

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नए टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद गुरुवार को दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की कुल संपत्ति में 208 अरब डॉलर (करीब 17 लाख करोड़ रुपये) की भारी गिरावट आई। इस फैसले के बाद वैश्विक बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई, जिससे अरबपतियों की संपत्ति तेजी से घटी।

यह ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के 13 साल के इतिहास में चौथी सबसे बड़ी एक-दिन की गिरावट थी और कोविड-19 महामारी के बाद सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है। ब्लूमबर्ग इंडेक्स के अनुसार, 500 में से आधे से अधिक अरबपतियों की संपत्ति में औसतन 3.3% की गिरावट आई।

सबसे ज्यादा घाटा अमेरिकी अरबपतियों को

नए टैरिफ का सबसे ज्यादा असर अमेरिकी अरबपतियों पर पड़ा। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस को सबसे बड़ा नुकसान हुआ।

इस संकट के बीच मैक्सिको के सबसे अमीर आदमी कार्लोस स्लिम को फायदा हुआ। उनकी संपत्ति में 4% की बढ़ोतरी हुई और वह 85.5 अरब डॉलर तक पहुंच गई। इसकी वजह मैक्सिकन शेयर बाजार का 0.5% चढ़ना था। अमेरिका ने अपने टैरिफ लिस्ट में मैक्सिको को शामिल नहीं किया, जिससे वहां के बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा।

मार्क जुकरबर्ग को सबसे बड़ा झटका

मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को सबसे बड़ा नुकसान हुआ। उनकी संपत्ति 17.9 अरब डॉलर कम हो गई क्योंकि मेटा के शेयर 9% गिर गए। फरवरी के मध्य से अब तक मेटा के शेयरों में 28% की गिरावट आ चुकी है।

जेफ बेजोस की संपत्ति 15.9 अरब डॉलर घटी

अमेज़न के शेयरों में 9% की गिरावट आई, जो अप्रैल 2022 के बाद सबसे खराब एक-दिन की गिरावट रही। इस कारण जेफ बेजोस की संपत्ति में 15.9 अरब डॉलर की कमी आई।

एलन मस्क को 110 अरब डॉलर का नुकसान

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की संपत्ति में इस साल अब तक 110 अरब डॉलर की कमी आ चुकी है। सिर्फ गुरुवार को ही उनकी नेट वर्थ में 11 अरब डॉलर की गिरावट आई। टेस्ला के कमजोर डिलीवरी आंकड़ों और मस्क की ट्रंप के साथ नज़दीकियों के कारण उनके शेयरों में 5.5% की गिरावट दर्ज की गई।

अर्नेस्ट गार्सिया III और टोबी लुटके की संपत्ति में भी भारी गिरावट

कारवाना के सीईओ अर्नेस्ट गार्सिया III की संपत्ति 1.4 अरब डॉलर कम हो गई, क्योंकि कंपनी के शेयरों में 20% की गिरावट आई। वहीं, शॉपिफाई के सीईओ टोबी लुटके को 1.5 अरब डॉलर (17%) का नुकसान हुआ, क्योंकि कंपनी के शेयरों में 20% की गिरावट दर्ज की गई।

बर्नार्ड अर्नाल्ट और झांग कोंगयुआन को भी झटका

यूरोपीय यूनियन अमेरिका को निर्यात पर 20% का टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहा है, जिससे शराब और लग्जरी गुड्स इंडस्ट्री को नुकसान हो सकता है। एलवीएमएच के सीईओ बर्नार्ड अर्नाल्ट की संपत्ति 6 अरब डॉलर घट गई। वहीं, चीनी फुटवियर निर्माता झांग कोंगयुआन को भी 1.2 अरब डॉलर का झटका लगा, क्योंकि अमेरिकी टैरिफ बढ़ने से उनकी कंपनी के शेयरों में तेज गिरावट आई।

आगे क्या?

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ युद्ध के कारण बाजार में और अस्थिरता देखी जा सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर टैरिफ वॉर जारी रहा, तो इससे सप्लाई चेन पर असर पड़ेगा और उपभोक्ताओं को महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।

First Published - April 4, 2025 | 4:57 PM IST

संबंधित पोस्ट