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ट्रंप का दावा: 15 अगस्त को अलास्का में पुतिन से मिलेंगे, यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए होगी बड़ी और निर्णायक वार्ता

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इस "बड़ी और बहुप्रतीक्षित" मुलाकात की घोषणा की और कहा कि जल्द ही और जानकारी दी जाएगी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- August 09, 2025 | 9:43 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वह अगले शुक्रवार, यानि 15 अगस्त 2025 को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस बैठक का मकसद यूक्रेन में चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत करना है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इस “बड़ी और बहुप्रतीक्षित” मुलाकात की घोषणा की और कहा कि जल्द ही और जानकारी दी जाएगी। हालांकि, क्रेमलिन ने अभी इस बैठक की तारीख और जगह की पुष्टि नहीं की है, लेकिन दोनों देशों ने पहले कहा था कि अगले हफ्ते ऐसी मुलाकात हो सकती है।

यह बैठक यूक्रेन में तीन साल से ज्यादा समय से चल रहे युद्ध के लिए अहम हो सकती है, जो फरवरी 2022 में रूसी आक्रमण के साथ शुरू हुआ था। इस युद्ध में अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। हालांकि, मॉस्को और कीव के बीच शांति की शर्तों पर गहरे मतभेद हैं, इसलिए इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि यह मुलाकात युद्ध को पूरी तरह रोक पाएगी। ट्रंप ने शुक्रवार को पहले संकेत दिया था कि वह पुतिन से जल्द मिलेंगे, लेकिन तब उन्होंने समय और जगह का खुलासा नहीं किया था।

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क्षेत्रों के आदान-प्रदान की बात

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शांति समझौते में यूक्रेन और रूस के बीच कुछ क्षेत्रों का “आदान-प्रदान” हो सकता है। उन्होंने इसे “जटिल” बताया, लेकिन ज्यादा ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने कहा, “हम कुछ क्षेत्र वापस लेने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ का आदान-प्रदान होगा, जो दोनों पक्षों के लिए बेहतर होगा।” 

क्रेमलिन के करीबी कुछ विश्लेषकों का कहना है कि रूस उन चार क्षेत्रों के बाहर की जमीन छोड़ सकता है, जिन्हें उसने अपने कब्जे में लेने का दावा किया है। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से पहले पुतिन से मिलना चाहते हैं, जिससे यूरोप में यह डर बढ़ गया है कि यूक्रेन को इस प्रक्रिया में किनारे किया जा सकता है।

ट्रंप ने पहले कहा था कि अगर रूस 8 अगस्त तक शांति समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ, तो वह रूस पर नए प्रतिबंध और तेल खरीदने वाले देशों, जैसे भारत, पर अतिरिक्त शुल्क लगाएंगे। शुक्रवार को यह समयसीमा खत्म हो गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप इन प्रतिबंधों को लागू करेंगे या नहीं। ट्रंप ने यह भी कहा कि ज़ेलेंस्की को “वह सब कुछ मिल रहा है, जो उन्हें चाहिए।” दूसरी ओर, यूक्रेन के सैनिकों का कहना है कि वे रूस के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। डोनेट्स्क क्षेत्र में एक ड्रोन यूनिट के कमांडर बुडा ने कहा, “रूस से बातचीत करना नामुमकिन है। उन्हें हराना ही एकमात्र रास्ता है।” 

इससे पहले पुतिन ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी। क्रेमलिन के मुताबिक, शी ने यूक्रेन मुद्दे के “लंबे समय तक समाधान” का समर्थन किया। ट्रंप ने हाल ही में भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया था। यह मुलाकात 2021 के बाद पहला अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन होगा, जब जो बाइडन ने जिनेवा में पुतिन से मुलाकात की थी।

(एजेंसी के इनपुट के साथ)

First Published : August 9, 2025 | 9:43 AM IST