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स्कूली बच्चों के चलते इस European Country ने बैन कर दिया TikTok, PM बोले सही किया

TikTok बैन करने से पहले सरकार ने स्कूली बच्चों के माता-पिता के साथ 1300 मीटिंग्स की गई। ‘टिकटॉक’ से शुरू हुए झगड़े में एक स्कूली छात्र ने दूसरे की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- December 23, 2024 | 7:49 PM IST

अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा वीडियो सेवा ‘टिकटॉक’ पर शनिवार को लगाया गया प्रतिबंध, ‘‘किसी एक घटना पर जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं है।’’ अल्बानिया के प्रधानमंत्री ने शनिवार को ‘टिकटॉक’ पर, खासकर बच्चों में, हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए उसे एक साल के लिए बंद किए जाने की घोषणा की थी। अल्बानियाई अधिकारियों ने नवंबर के मध्य में ‘टिकटॉक’ पर शुरू हुए झगड़े के उपरांत एक किशोर की दूसरे किशोर द्वारा चाकू घोंपकर हत्या किए जाने की घटना के बाद शिक्षकों और अभिभावकों के साथ 1,300 बैठकें कीं। उनमें से 90 प्रतिशत ने ‘टिकटॉक’ पर प्रतिबंध का समर्थन किया।

अल्बानिया के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अल्बानिया में एक साल के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध, किसी एक घटना को लेकर जल्दबाजी में लिया गया निर्णय नहीं है, बल्कि देशभर के स्कूलों में अभिभावक के परामर्श के बाद सोच-समझकर लिया गया फैसला है।’’ प्रधानमंत्री एडी रामा ने शिक्षकों और अभिभावकों के साथ एक बैठक में कहा कि टिकटॉक ‘‘सभी के लिए पूरी तरह से बंद किया जाएगा… अल्बानिया गणराज्य में टिकटॉक उपलब्ध नहीं होगा।’’ रामा ने कहा कि यह फैसला अगले साल से लागू होगा।

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वहीं, टिकटॉक कंपनी प्रबंधन ने चाकू घोंपने वाले किशोर के मामले में‘‘अल्बानिया सरकार से तत्काल स्पष्ट जानकारी’’ मुहैया कराने को कहा है। कंपनी ने कहा कि उसे ‘‘इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि अपराधी या पीड़ित का ‘टिकटॉक अकाउंट’ था और कई रिपोर्ट ने वास्तव में पुष्टि की है कि इस घटना से जुड़े वीडियो टिकटॉक पर नहीं, बल्कि किसी अन्य मंच पर साझा किए गए थे।’’

स्थानीय शोधकर्ताओं के अनुसार देश में टिकटॉक इस्तेमाल करने वालों में बच्चों की संख्या सबसे अधिक है। अल्बानिया में कई युवा इस प्रतिबंध के हक में नहीं हैं। राजधानी तिराना से 75 किलोमीटर उत्तर में रेशेन शहर के निवासी 18-वर्षीय सैमुअल सुलमानी ने रविवार को कहा, ‘‘हम अपनी दिनचर्या को इस मंच पर साझा करते हैं और अपना मनोरंजन करते हैं। हम इससे (प्रतिबंध से) सहमत नहीं हैं, क्योंकि यह हमारी जिंदगी का अब एक हिस्सा बन चुका है।’’

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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First Published : December 23, 2024 | 6:11 PM IST