भारत के बहुचर्चित 13,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी के छोटे भाई नेहल मोदी को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी भारत की प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की प्रत्यर्पण मांग के आधार पर शुक्रवार को हुई। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि नेहल की अगली सुनवाई 17 जुलाई को होगी। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, इस दौरान नेहल जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं।
46 वर्षीय नेहल पर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक साजिश के गंभीर आरोप हैं। उन पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग और BNS की धारा 120-B (आपराधिक साजिश) व 201 (सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज है। भारत का दावा है कि नेहल ने अपने भाई नीरव और चाचा मेहुल चोकसी के साथ पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ीु में शामिल हैं। यह देश के सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक है।
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जांच एजेंसियों का कहना है कि नेहल ने नीरव के अवैध कारोबार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई। बेल्जियम के एंटवर्प में जन्मे और पले-बढ़े नेहल को अंग्रेजी, गुजराती और हिंदी में महारत हासिल है। ED के मुताबिक, उन्होंने शेल कंपनियों और अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर के जरिए बड़े पैमाने पर अवैध धन को छिपाने और हस्तांतरित करने में मदद की। PNB घोटाला सामने आने के बाद नेहल ने कथित तौर पर नीरव के भरोसेमंद सहयोगी मिहिर आर. भंसाली के साथ मिलकर दुबई से 50 किलो सोना और भारी मात्रा में नकदी हटाई। साथ ही, उन्होंने डमी निदेशकों को निर्देश दिया कि वे जांच एजेंसियों के सामने उनका नाम न उजागर करें।
ED की चार्जशीट में नेहल का नाम शामिल है, जिसमें उन पर सबूत मिटाने और जानबूझकर नीरव के गैरकानूनी कामों में सहयोग करने का आरोप है। वर्तमान में नीरव मोदी लंदन की जेल में हैं और भारत प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटा है। नेहल की गिरफ्तारी से इस हाई-प्रोफाइल मामले में जांच और सख्त होने की उम्मीद है।