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मोदी का अमेरिकी दौरा रणनीतिक साझेदारी पर कें​द्रित; रक्षा, व्यापार पर हो सकती है व्यापक चर्चा

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली राजकीय यात्रा 21 से 23 जून तक है

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शुभायन चक्रवर्ती   
Last Updated- June 19, 2023 | 10:34 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की प्रस्तावित यात्रा अगले दौर की रणनीतिक साझेदारी पर केंद्रित होगी। इसके तहत दोनों देश भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों की पहचान करेंगे।

विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को कहा, ‘इस दौरे में द्विपक्षीय संबंधों पर विशेष तौर पर चर्चा की जाएगी। हम आने वाले वर्षों में परिवर्तनकारी विचारों की श्रृंखला के संबंध में अपने प्रयास और उद्देश्य निर्धारित करेंगे।’

उन्होंने कहा कि साझेदारी का नया तरीका विकसित करने के लिए नेटवर्क बनाया जाएगा। इस दौरान तकनीक प्रमुख क्षेत्र है। इसका कारण यह है कि दोनों देश संचार, अंतरिक्ष सहित निर्माण क्षेत्र में उच्चतर द्विपक्षीय संबंध चाहते हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली राजकीय यात्रा 21 से 23 जून तक है। यह प्रधानमंत्री मोदी का आठवां अमेरिकी दौरा है और बाइडन के कार्यकाल में दूसरा दौरा है।

अधिकारियों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस यात्रा के दौरान भारत 4जी और 5जी टेलीकॉम की स्वदेशी तकनीक प्रदर्शित करेगा। सरकार ने भारत में निर्मित 4 जी और 5 जी की तकनीक वाले अत्याधुनिक उपकरण और उससे जुड़ी तकनीकें अन्य देशों को मुहैया करवाई है। भारत ने जी 20 की चर्चा के दौरान डिजिटल अर्थव्यवस्था में इस तकनीक को व्यापक रूप से प्रदर्शित किया था।

संचार विभाग के अधिकारियों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘भारत से विश्व की कम से कम 15 दिग्गज कंपनियों ने पूछताछ की है और नौ देशों ने द्विपक्षीय स्तर पर पूछताछ की है।’

रक्षा और व्यापार

प्रधानमंत्री की अमेरिकी यात्रा के दौरान ग्रेटर रक्षा औद्योगिक गलियारे के सहयोग के लिए विशेष तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह दोनों देशों के बीच व्यापक रक्षा साझेदारी का भी हिस्सा है। इस दौरे के दौरान व्यापक औद्योगिक साझेदारी के लिए खाका भी तैयार किए जाने की उम्मीद है।

क्वात्रा ने कहा, ‘इस यात्रा के दौरान खोजा जाएगा कि कैसे दोनों पक्षों का रक्षा उद्योग न सिर्फ सह-उत्पादन और सह-विकास करे बल्कि दोनों पक्षों की आपूर्ति श्रृंखला और औद्योगिक ईकोसिस्टम में साझेदारी पनपे। हम इस बारे में अधिक व्यापक रूप से चर्चा कर सकते हैं।’

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर जेक सुलिवन ने बीते महीनों के दौरान भारत की यात्रा की थी। क्वात्रा ने बताया कि सरकार रक्षा इकोसिस्टम में साझा साझेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे देश में अधिक अनुसंधान और उत्पाद की संभावनाएं बढ़ेंगी। इस यात्रा के दौरान व्यापार और निवेश पर भी चर्चा होगी। क्वात्रा ने बताया कि द्विपक्षीय व्यापार 200 अरब डॉलर के आंकड़े को छू चुका है। इसमें वित्त वर्ष 23 में मर्केंडाइज कारोबार 128.2 अरब डॉलर था।

मोदी इस दौरान अफ्रीका के देशों को लेकर भी चर्चा करेंगी। इस यात्रा के दौरान पहली बार भारत के प्रधानमंत्री अमेरिकी की संसद के दोनों सदनों संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। संसद के नेताओं ने भी मोदी को आमंत्रित किया था। इस क्रम में प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैकार्थी और सीनेट के अध्यक्ष चार्ल्स शूमन ने भी मोदी को आमंत्रित किया था।

First Published : June 19, 2023 | 10:34 PM IST