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मुंबई बना एशिया का सबसे खुशहाल शहर; बीजिंग, शंघाई और हॉन्ग कॉन्ग को छोड़ दिया पीछे

मुंबई एशिया का सबसे खुशहाल शहर है, यहां के 94% लोग बोले कि यह शहर हमें खुशी देता है; बीजिंग, शंघाई, चियांग माई और हनोई रहे पीछे

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व्रिंदा गोयल   
Last Updated- November 08, 2025 | 2:12 PM IST

खुशी तो सबकी अपनी-अपनी है, लेकिन आंकड़े भी तो कुछ कहते हैं ना! टाइम आउट के सिटी लाइफ इंडेक्स 2025 में लोगों से पूछा गया कि उनका शहर कितना मजेदार है, नाइटलाइफ कैसी है, खाना कितना लाजवाब, जिंदगी की क्वालिटी क्या है, और सबसे जरूरी – क्या ये शहर उन्हें खुश रखता है और यहां के लोग पॉजिटिव लगते हैं। नतीजा? एशिया की सबसे खुशहाल शहर की ताज मुंबई के सिर सजा, जिसने बीजिंग, शंघाई, चियांग माई और हनोई को पछाड़ दिया।

मुंबई बना एशिया का सबसे खुश शहर

94 फीसदी मुंबईकर कहते हैं कि ये शहर उन्हें खुशी देता है। आंकड़ों से परे बात करें तो यहां की कभी न रुकने वाली एनर्जी, धड़कता सोशल सीन और मौकों की भरमार ही लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाती है। बाकी कुछ मजेदार नंबर ये हैं:

89 फीसदी को लगता है कि मुंबई में वो कहीं और से ज्यादा खुश हैं। 88 फीसदी मानते हैं कि शहर के लोग बेहद पॉजिटिव हैं। 87 फीसदी का कहना है कि मुंबई में खुशी हाल ही में और बढ़ी है।

रिपोर्ट कहती है कि मुंबई का नंबर वन आना इसके धमाकेदार एंटरटेनमेंट, रौनक भरी सोशल लाइफ, ढेर सारे करियर ऑप्शंस और एशिया के बेस्ट स्ट्रीट फूड सिटी होने की वजह से हुआ है।

चीन के बीजिंग-शंघाई ने भी कमाल दिखाया

बीजिंग और शंघाई दूसरे-तीसरे नंबर पर हैं, जहां क्रमशः 93 फीसदी और 92 फीसदी लोग खुश हैं। ये दोनों मेगा शहर सेफ्टी, सुविधा, खर्च और कल्चर में टॉप पर हैं, और जेन Z के लिए फ्यूचर वाली जीवंत जगहें बने हुए हैं।

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साउथईस्ट एशिया ने भी दिल जीता

थाइलैंड का चियांग माई और वियतनाम का हनोई टॉप फाइव में हैं। दोनों में 88 फीसदी लोग कहते हैं कि उनका शहर उन्हें खुशी देता है। रोजमर्रा की खुशी में हनोई ने थोड़ा आगे निकला। दोनों ही शहर हरे-भरे स्पेस, सुस्त रफ्तार और गहरे कम्युनिटी बॉन्ड के लिए मशहूर हैं – शांति और कनेक्शन ढूंढने वालों के लिए परफेक्ट।

कुछ बड़े शहर क्यों पीछे रह गए? हर बड़ा शहर टॉप पर नहीं पहुंचा। सियोल, सिंगापुर और टोक्यो नीचे हैं, टोक्यो में तो सिर्फ 70 फीसदी लोग ही कहते हैं कि शहर उन्हें खुश रखता है। लंबे वर्किंग ऑवर्स और तेज रफ्तार जिंदगी थका देती है, जिससे साफ पता चलता है कि पार्क, बाथहाउस और नेचर ट्रिप्स कितने जरूरी हैं स्ट्रेस कम करने के लिए।

एशिया के टॉप 10 सबसे खुश शहर, 2025

  • मुंबई, भारत
  • बीजिंग, चीन
  • शंघाई, चीन
  • चियांग माई, थाइलैंड
  • हनोई, वियतनाम
  • जकार्ता, इंडोनेशिया
  • हॉन्ग कॉन्ग
  • बैंकॉक, थाइलैंड
  • सिंगापुर
  • सियोल, साउथ कोरिया

दुनिया के टॉप 10 सबसे खुश शहर, 2025

  • अबू धाबी, यूएई
  • मेदेयिन, कोलंबिया
  • केप टाउन, साउथ अफ्रीका
  • मेक्सिको सिटी, मेक्सिको
  • मुंबई, भारत
  • बीजिंग, चीन
  • शंघाई, चीन
  • शिकागो, अमेरिका
  • सेविले, स्पेन
  • मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया

चाहे मुंबई का स्ट्रीट फूड हो, बीजिंग-शंघाई की मॉडर्न सुविधाएं, या चियांग माई-हनोई के हरे-भरे कोने – ये सर्वे साबित करता है कि खुशी एक फीलिंग भी है और शहर की दी हुई जिंदगी का आइना भी।

First Published : November 8, 2025 | 2:12 PM IST