ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के साथ कारोबारी एवं रक्षा संबंध मजबूत करने के लिए इस सप्ताह भारत यात्रा पर आने वाले हैं। मगर जॉनसन के दौरे के साथ एक अलग बात यह होगी कि जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात जाएंगे तो मोदी उनकेसाथ नहीं होंगे। इससे पहले भारत की यात्रा पर आ चुके जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू को प्रधानमंत्री अपने साथ गुजरात घूमाने ले गए थे।
जॉनसन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत 21 अप्रैल को गुजरात से करेंगे। इसके बाद वह प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में 22 अप्रैल को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर गहराई से चर्चा करेंगे।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग, प्रधानमंत्री आबे और प्रधानामंत्री नेतन्याहू क्रमश: 2014, 2017 और 2018 में भारत यात्रा पर आए थे। इन तीनों नेताओं की अहमदाबाद यात्रा और वहां आयोजित ‘रोडशो’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी स्वयं मौजूद थे। ये तीनों नेता महात्म गांधी को श्रद्धांजलि देेने साबरमती आश्रम भी गए थे। मगर जॉनसन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडों के साथ अकेले ही गुजरात भ्रमण करेंगे। फरवरी 2018 में ट्रूडो भारत यात्रा पर आए थे और जब वह गुजरात गए थे तो मोदी उनके साथ नहीं थे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ नई दिल्ली में उनकी मुलाकात हुई थी।
जॉनसन की गुजरात यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के अनुपस्थित रहने से सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और साबरमती आश्रम को जोडऩे वाले मार्ग पर वैसी चाक-चौबंद तैयारी नहीं दिखेगी जैसी किसी राष्ट्राध्यक्ष के आगमन पर दिखती है। साबरतमी आश्रम में भी मंगलवार दोपहर तक चहल-पहल नहीं दिख रही थी।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेसियस और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ के साथ जामनर में इस वैश्विक स्वास्थ्य संस्था के ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीसीटीएम) सहित कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। मोदी इन परियोजनाओं के उद्घाटन के तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात आएंगे और इस दौरे के अंतिम दिन प्रधानमंत्री जॉनसन के दौने की शुरुआत होगी। मोदी के 20 अप्रैल तक गुजरात में रहने का कार्यक्रम है।
सूत्रों ने कहा, ‘विदेश मंत्रालय द्वारा तैयार कार्यक्रम के अनुसार बुधवार तक नई दिल्ली में प्रधाानमंत्री की उपस्थिति अनिवार्य है। मोदी की अनुपस्थिति में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की अगुआनी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य में जॉनसन के स्वागत की तैयारी जल्द शुरू हो जाएगी।’
जॉनसन के दौरे का कार्यक्रम सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के साथ तैयार हुआ है। माना जा रहा है कि वह 21 अप्रैल को सबेरे अहमदाबाद पहुंच जाएंगे जिसके बाद वह साबरमती आश्रम के लिए रवाना होंगे। साबरमती आश्रम में वह चरखा चलाना सीखेंगे। आम तौर पर यह परंपरा रही है कि जब कोई राष्ट्राध्यक्ष भारत दौरे पर आते हैं तो वे साबरमती आश्रम आकर चरखा चलाते हैं। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘प्रधानमंत्री जॉनसन की यात्रा के कार्यक्रम की जानकारी उन्हें अभी प्राप्त नहीं हुई है। इस वजह से उनकी यात्रा की तैयारियों पर
फिलहाल हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।’ सूत्रों के अनुसार सरकारी एवं कारोबारी प्रतिनिधियों जैसे जेसीबी चेयरमैन द लॉर्ड बम्फर्ड डीएल के साथ जॉनसन वडोदरा भी जाएंगे। वहां हलोल में जेसीबी के निर्यात केंद्रित संयंत्र की शुरुआत होगी।