पाकिस्तान में अप्रैल के दौरान महंगाई 50 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। हाई फूड प्राइस, कमजोर करेंसी और बढ़ती तेल की कीमतों के कारण महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है।
पाकिस्तान के स्टेटिस्टिक्स ब्यूरो ने मंगलवार को कहा कि एक साल पहले अप्रैल में कंस्यूमर कीमतें बढ़कर 36.4 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो 1964 के बाद सबसे अधिक है।
पाकिस्तान की मुद्रास्फीति (Inflation) की दर भी साउथ एशिया में सबसे अधिक है और मार्च के 35.4 प्रतिशत से ऊपर है। ब्यूरो ने कहा कि पाकिस्तान के ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य मुद्रास्फीति 40.2 प्रतिशत दर्ज की गई है।
आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल में ट्रांसपोर्ट की कीमतें 56.8 प्रतिशत चढ़ गईं, जबकि खाद्य मुद्रास्फीति 48.1 फीसदी पर पहुंच गई। ब्यूरो ने कहा कि मार्च से अप्रैल में खाद्य कीमतों में 2.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने कहा कि आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति उच्च स्तर पर रह सकती है। केंद्रीय बैंक की अगली मॉनेटरी पॉलिसी 12 जून को होने वाली है।
मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने पिछले महीने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर को बढ़ाकर 21 प्रतिशत कर दिया था।