facebookmetapixel
नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगाबिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचार

UNFCCC को अनुकूल योजना सौंपेगा भारत: केंद्रीय जलवायु मंत्री भूपेंद्र यादव

सरकार ने हाल ही में जलवायु वित्त टैक्सोनॉमी (वर्गीकरण की वैज्ञानिक प्रक्रिया) का मसौदा फ्रेमवर्क जारी किया।

Last Updated- May 29, 2025 | 11:38 PM IST
Bhupendra Yadav

भारत संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन संबंधी फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) को अपनी पहली राष्ट्रीय अनुकूलन योजना कुछ महीनों में सौंप देगा। यह जानकारी केंद्रीय जलवायु मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को दी।

यादव ने भारतीय उद्योग परिसंघ के सालाना बिज़नेस समिट में कहा, ‘अनुकूलन को मजबूती देने के अग्रसोची कदम के रूप में सरकार ने पहली राष्ट्रीय अनुकूल योजना के रूप में एक समावेशी खाका तैयार किया है जिसे कुछ महीनों में यूएनएफसीसीसी को सौंप दिया जाएगा।’

जलवायु परिवर्तन संबंधी जोखिमों को दूर करने तथा देश को जलवायु संकट से निपटने के लिए मजबूत बनाने के क्रम में सरकार ने हाल ही में जलवायु वित्त टैक्सोनॉमी (वर्गीकरण की वैज्ञानिक प्रक्रिया) का मसौदा फ्रेमवर्क जारी किया।

अनुकूलन और कार्बन उत्सर्जन में कमी के तहत गतिविधियों, परियोजनाओं और उपायों को वर्गीकृत करने की कार्य प्रणाली का ब्योरा देकर यह वर्गीकरण भारत की जलवायु प्रतिबद्धता में योगदान देगा ताकि इसकी लचीलापन को मजबूत किया जा सके, प्रयास किए जा सकें और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के जोखिम को कम करने वाले अनुकूलन उपायों और तकनीकों में निवेश को सुविधाजनक बनाया जा सके।

First Published - May 29, 2025 | 11:13 PM IST

संबंधित पोस्ट