दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को उनकी पैरोल अवैध करार दिए जाने के बाद शुक्रवार को वापस जेल ले जाया गया, लेकिन जेलों में भीड़ कम करने के लिए शुरू किए गए एक नए कार्यक्रम के तहत उन्हें दो घंटे के भीतर फिर से रिहा कर दिया गया।
सरकार के इस फैसले को लेकर काफी सवाल किए जा रहे हैं कि क्या जुमा (81) को अदालत की अवमानना के मामले में 15 महीने की सजा से बचने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया है।
जेलों में कैदियों की संख्या कम करने के कार्यक्रम को राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा द्वारा अधिकृत किया गया था और शुक्रवार को पहली बार इसे सार्वजनिक किया गया। हालांकि इसका लक्ष्य 9,400 से अधिक कैदियों को जेल से रिहा करना और उन्हें घर पर सुधारात्मक निगरानी में रखना है, पूर्व राष्ट्रपति जुमा इससे लाभान्वित होने वाले पहले व्यक्ति हैं।
13 महीने की बची थी जेल सजा
सुधार विभाग के कार्यवाहक राष्ट्रीय आयुक्त मक्गोथी थोबाकगले ने बताया कि जुमा ने अपनी सजा के शेष 13 महीने काटने के लिए सुबह करीब छह बजे क्वा-ज़ुलु नेटाल प्रांत में एस्टकोर्ट सुधार केंद्र पहुंचे, लेकिन सुबह सात बजे के कुछ देर बाद जब उनकी सजा में छूट की प्रक्रिया पूरी हो गई तो उन्हें रिहा कर दिया गया।
दक्षिण अफ्रीका की मुख्य विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक अलायंस के नेता जॉन स्टीनहुइसन ने कहा, ‘आश्चर्य, आश्चर्य, वह एक नई नीति के पहले लाभार्थी हैं। यह न्याय प्रणाली में एक निंदनीय हेरफेर है।’
न्याय मंत्री रोनाल्ड लामोला ने कहा कि राष्ट्रपति रामफोसा ने संवैधानिक अधिकार के तहत अपने पूर्ववर्ती की सजा माफ करने का निर्णय लिया है।
रोनाल्ड लामोला ने कहा, ‘राष्ट्रपति का निर्णय देश भर में अपराधियों की सजा माफ करना है। यह पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के बारे में कोई विशिष्ट निर्णय नहीं है। यह देश भर के सभी अपराधियों के बारे में है।’
भ्रष्टाचार की जांच में गवाही देने के अदालती आदेश की अवहेलना करने पर जुमा को जुलाई 2021 में जेल भेज दिया गया था, लेकिन केवल दो महीने की सजा काटने के बाद उन्हें मेडिकल पैरोल पर रिहा कर दिया गया था।
जुमा हाल ही में रूस से लौटे हैं, जहां उन्होंने एक अज्ञात बीमारी का इलाज कराया है। उन पर एक अलग मामले में भ्रष्टाचार का मुकदमा भी चल रहा है। भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में उन्हें 15 साल की जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है। जुमा को 2006 में एक मुकदमे में दुष्कर्म के आरोप से बरी कर दिया गया था, जिसके बाद वह 2009 में अफ्रीका की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति चुने गए थे।