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बैस्टिल दिवस समारोह में भाग लेंगी भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ी, पीएम मोदी होंगे मुख्य अतिथि

पीएम मोदी फ्रांस के प्रधानमंत्री, सीनेट (उच्च सदन) और नेशनल असेंबली (निचले सदन) के अध्यक्षों सहित फ्रांस के पूरे राजनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे।

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भाषा   
Last Updated- July 11, 2023 | 10:22 PM IST

सेना के तीनों अंगों की एक टुकड़ी 14 जुलाई को फ्रांस में बैस्टिल दिवस समारोह में हिस्सा लेगी, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशिष्ट अतिथि होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी 25वें वर्ष में पहुंच गई है। कार्यक्रम में भारतीय प्रधानमंत्री की मौजूदगी के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि बैस्टिल दिवस पर विदेशी नेताओं को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाना आम बात नहीं है।

उनके अनुसार पिछली बार ऐसा 2017 में किया गया था जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया था। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा भी कम ही होता है, जब इस समारोह में विदेशी टुकड़ी और विदेशी विमान भाग लेते हैं।’’ यह फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस है, जिसे बैस्टिल डे के रूप में भी जाना जाता है। यह हर साल 14 जुलाई को मनाया जाता है।

बैस्टिल दिवस परेड समारोह का मुख्य आकर्षण है। सूत्रों ने कहा कि मोदी का यात्रा कार्यक्रम फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ उनके गर्मजोशी भरे व्यक्तिगत तालमेल को भी रेखांकित करता है, क्योंकि फ्रांसीसी नेता प्रधानमंत्री के साथ कई बैठकें करेंगे, जिसमें एक निजी रात्रिभोज और सीईओ के साथ संयुक्त बैठक के अलावा बैस्टिल दिवस पर प्रतिष्ठित लौवर संग्रहालय में राजकीय भोज शामिल है।

उन्होंने बताया कि मोदी फ्रांस के प्रधानमंत्री, सीनेट (उच्च सदन) और नेशनल असेंबली (निचले सदन) के अध्यक्षों सहित फ्रांस के पूरे राजनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय मामलों पर, बल्कि वैश्विक मुद्दों पर दोनों देश क्या कर सकते हैं, इस पर भी करीबी सहयोग को चिह्नित करेगी।

उन्होंने बताया कि मोदी प्रतिष्ठित ला सीन म्यूजिकल में फ्रांस की प्रमुख हस्तियों से बातचीत करेंगे और भारतीय समुदाय के सदस्यों से बात करेंगे। मोदी की यात्रा से पहले भारतीय दूतावास ने इस सप्ताह की शुरुआत में ‘नमस्ते फ्रांस’ सहित कई गतिविधियों का आयोजन किया था। सूत्रों ने विश्वास जताया कि इस यात्रा से प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, रक्षा, भू-रणनीति, बुनियादी ढांचा, ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, संग्रहालय विज्ञान, छात्र गतिशीलता, खेल आपसी संपर्क और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिणाम हासिल होंगे।

First Published : July 11, 2023 | 10:22 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)