ब्रिटेन ने आज भारत के साथ व्यापारिक वार्ता शुरू करने से पहले लोगों और कारोबारियों का विचार जानने के लिए 14 हफ्तों का विचार विमर्श शुरू किया है। ब्रिटेन की सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
इस साल शरद ऋतु के आसपास मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर वार्ता शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसी महीने भारत और ब्रिटेन ने कई समझौते किए थे जिसमें बढ़ी हुई व्यापारिक साझेदारी (ईटीपी) शामिल है। ईटीपी के तहत एक व्यापक एफटीए और एक अंतरिम व्यापारिक समझौते पर चर्चा होगी।
आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया है, ‘ब्रिटेन एक ऐसा समझौता चाहता है जिससे भारत की 2 लाख करोड़ यूरो की अर्थव्यवस्था और 1.4 अरब उपभोक्ताओं के बाजार के साथ कारोबार करने की बाधाएं कम हों। इसमें व्हिस्की पर 150 प्रतिशत तक के शुल्क और ब्रिटेन में बनी कारों पर 125 प्रतिशत तक के शुल्क को हटाना शामिल है।’ दोनों देशों ने साल के अंत तक एफटीए से पूर्व की चर्चा को पूरा करने के लिए रोडमैप तैयार करने का निर्णय किया था। दोनों देशों ने अगले वर्ष के मध्य तक एक एफटीए के लिए अंतरिम व्यापारिक समझौते का भी निर्णय किया। सार्वजनिक सुझावों से ब्रिटेन को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और सेवाओं जैसे उद्योगों में करीबी सहयोग वाले समझौते को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी जिससे देश में उच्च आमदनी वाली नौकरियों का सृजन होगा। इन परामर्शों में एक प्रश्नावली को शामिल किया गया है जिससे देश को साझेदारों के अनुभव को समझने में मदद मिलेगी।
